रिपोर्ट में दावा: व्हाइट हाउस का मुखबिर और कोई नहीं सीआईए अधिकारी है
वाशिंगटन। अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया शुरू हो गई है। एक व्यक्ति ने रिपोर्ट दायर करते हुए दावा किया था कि ट्रंप ने 2020 के चुनाव में जीत हासिल करने के लिए दूसरे देश से सहायता मांगी है।
अब माना जा रहा है कि शिकायत करने वाला ये व्यक्ति और कोई नहीं बल्कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए का पुरुष अधिकारी है। 12 अगस्त को दायर की गई रिपोर्ट वाले शख्स को मुखबिर बताया जा रहा है। ये रिपोर्ट सार्वजनिक रूप से गुरुवार को सामने आई है और अब ऑनलाइन भी देखी जा सकती है।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ट्रंप ने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में विदेशी दखल के लिए पूरी कोशिश की है। ये दावे यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदीमीर जेलेंस्की और ट्रंप के बीच फोन पर हुई बातचीत पर आधारित हैं। दोनों के बीच 25 जुलाई को बातचीत हुई थी। मुखबिर की रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रंप ने जेलेंस्की से कहा कि वह उनके देश में व्यापार कर रहे पूर्व अमेरिकी उप राष्ट्रपति जो बाईडन और उनके बेटे के खिलाफ भ्रष्टाचार के दावों की जांच शुरू कर दें।
रिपोर्ट के अनुसार इसके साथ ही ट्रंप ने कहा कि अगर जेलेंस्की ऐसा नहीं करते हैं, तो अमेरिका की ओर से यूक्रेन को मिल रही सैन्य सहायता रोक दी जाएगी। इसी शिकायत के आधार पर ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया शुरू की गई है। गुरुवार को न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि तीन लोग हैं, जो मुखबिर को जानते हैं।
दस्तावेज कहते हैं कि मुखबिर सीआईए का पुरुष अधिकारी है। टाइम्स के अनुसार अतीत में इस शख्स को व्हाइट हाउस में काम के लिए भी नियुक्त किया जा चुका है। बता दें सीआईए कर्मियों को अस्थायी रूप से राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठकों से संबंधित काम या व्हाइट हाउस से संबंधित काम के लिए यहां बुलाया जाता है।
ये लोग व्हाइट हाउस के संचार से संबंधित कामकाज भी देखते हैं। हालांकि जब व्हाइट हाउस में इस अधिकारी का काम खत्म हुआ तो इसे वापस सीआईए के मुख्यालय बुला लिया गया। वह 25 जुलााई तक यहां आ गया था। मुखबिर का कहना है कि वह सीधे इस बातचीत का गवाह नहीं है लेकिन उसने वहां काम कर रहे अधिकारियों से ये सुना है।
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