नोबेल मिलने के बाद आई अभिजीत बनर्जी की पहली प्रतिक्रिया, इंडिया को लेकर कही ये बात
मैसाचुसेट्स। कोलकाता में पैदा हुए भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिया गया है। बनर्जी के साथ-साथ उनकी पत्नी एस्थर डुफ्लो और माइकल क्रेमर को 2019 के अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार के लिए संयुक्त रूप से चुना गया है। नोबेल के लिए चुने जाने के बाद अभिजीत बनर्जी की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। अभिजीत ने कहा कि, यह पुरस्कार प्राप्त करना अद्भुत है। यह पुरस्कार पूरे आंदोलन का पुरस्कार है।
'मेरे नाम का ऐलान हुआ तो चौंक गया था'
अभिजीत बनर्जी ने कहा कि, मैंने कभी नहीं सोचा था कि करियर में इतनी जल्दी नोबेल मिल जाएगा। मेरे नाम का ऐलान हुआ तो चौंक गया था। मैं 10 साल बाद ये अवॉर्ड मिलने की उम्मीद कर रहा था। अभिजीत से पूछा गया कि इस कामयाबी की जानकारी मिलने के बाद पहली प्रतिक्रिया क्या थी, तो उन्होंने बताया कि- मैं 40 मिनट के लिए सो गया था, क्योंकि मुझे पता था कि जागने के बाद बहुत सारे कॉल अटेंड करने हैं। अभिजीत ने बताया कि वे अपनी मां से भी बात नहीं कर पाए।
हमने गरीबी खत्म करने के समाधान देने की कोशिश की
बनर्जी ने कहा कि, मैं, पत्नी एस्थर डुफ्लो और अन्य साथी पिछले 20 साल से इस विषय पर काम कर रहे हैं। हमने गरीबी खत्म करने के समाधान देने की कोशिश की। कोलकाता में बिताए दिनों में इससे जुड़े विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद मिली। वहीं भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर बनर्जी ने कहा कि, भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी बयान दिया है। भारतीय अर्थव्यवस्था का आधार अस्थिर है। वर्तमान विकास के आंकड़ों के आधार पर निकट भविष्य में अर्थव्यस्था में सुधार आने विश्वास नहीं किया जा सकता। पिछले 5-6 साल में कम से कम इसमें कुछ बढ़त दिखाई दे रही थी, लेकिन अब ये भरोसा भी चला गया।
'मैं पिछले 20 वर्षों से शोध कर रहा था'
अमिताभ ने कहा कि, पिछले पांच-छह वर्षों में, हमने कम से कम कुछ विकास तो देखा, लेकिन अब वह आश्वासन भी खत्म हो गया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने जीवन में कभी भी नहीं सोचा था कि उन्हें इतनी जल्दी नोबेल पुरस्कार मिल जाएगा। अभिजीत बनर्जी ने कहा, 'मैं पिछले 20 वर्षों से शोध कर रहा था। हमने गरीबी उन्मूलन के लिए समाधान देने की कोशिश की।
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