बेटे राहुल के लिए खतरा नहीं बन सकते थे मनमोहन, इसलिए सोनिया ने चुना PM-बराक ओबामा
वॉशिंगटन। अमेरिका के 44वें राष्ट्रपति बराक ओबामा की किताब 'ए प्रॉमिस्ड लैंड' इस समय सुर्खियों में हैं। ओबामा की किताब, 'ए प्रॉमिस्ड लैंड' मंगलवार को रिलीज हो गई है। 'ए प्रॉमिस्ड लैंड' दो वॉल्यूम में रिलीज होगी और इसका पहला वॉल्यूम मंगलवार को बाजार में लॉन्च हो गया है। इस किताब में ओबामा ने कई भारतीय नेताओं पर टिप्पणी की और इसकी वजह से यह किताब पिछले एक हफ्ते से भारत में चर्चा का विषय बनी हुई है। ओबामा ने अपनी किताब में राहुल गांधी पर जहां कमेंट किया है तो अब यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी पर की गई उनकी टिप्पणी पर बहस हो रही है।
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40 साल के बेटे को कर रही थीं तैयार
ओबामा ने अपनी मेमोयर में लिखा है कि 26/11 अटैक के बाद पाकिस्तान पर हमले का आदेश देने से पीएम मनमोहन सिंह ने खुद को रोक लिया था। लेकिन उनके इस फैसले से उन्हें काफी राजनीतिक नुकसान पहुंचा। ओबामा ने लिखा है, 'उन्हें इस बात का डर था कि देश में मुसलमान-विरोधी भावनाएं भारत की मुख्य विपक्षी पार्टी, हिंदु राष्ट्रवादी बीजेपी को मजबूत कर रही हैं।' ओबामा के मुताबिक भारत की राजनीति आज भी धर्म और जाति के इर्द-गिर्द घूमती है। इसके बाद उन्होंने बताया है कि आखिर क्यों सोनिया गांधी ने मनमोहन सिंह को पीएम के लिए चुना। ओबामा लिखते हैं, 'राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि उन्होंने सिंह को इसलिए चुना क्योंकि एक वृद्ध सिख जिसका कोई राजनीतिक आधार नहीं है, वह उनके 40 साल के बेटे राहुल के लिए कभी खतरा नहीं बन सकते हैं जिन्हें वह कांग्रेस पार्टी में एक बड़े रोल के लिए तैयार कर रही थीं।' ओबामा ने अपनी किताब में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के घर पर हुए डिनर को भी याद किया है। इस डिनर में सोनिया और राहुल गांधी भी मौजूद थे। ओबामा ने सोनिया के बारे में लिखा है, 'बोलने से ज्यादा उन्होंने सुनने पर ध्यान लगाया, जब कभी भी नीतिगत विषयों पर चर्चा होती वह हमेशा मनमोहन सिंह से अलग राय रखतीं और अक्सर जब उनके बेटे का जिक्र होता तो उनका रुख काफी नरम रहता।'
मनमोहन को दिया तरक्की का श्रेय
ओबामा के मुताबिक उन्हें यह स्पष्ट हो चुका था कि उनके पास मौजूद ताकत की वजह से वह और भी चालाक हो गई थीं। ओबामा ने अपनी किताब में लिखा है कि सन् 1990 में भारत ने बाजार आधारित अर्थव्यवस्था की तरफ कदम बढ़ाए और भारतीयों में असाधारण उद्यमशीलता का कौशल सामने आया, इसकी वजह से तरक्की हुई, एक बड़ा टेक्नोलॉजी सेक्टर खुला और मध्यम वर्ग में विस्तार हुआ। ओबामा ने भारत की सफलता का श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को दिया है और उनहोंने लिखा है कि वह इस तरक्की के सही मायनों हकदार हैं। ओबामा ने लिखा है कि मनमोहन सिंह जो सिख अल्पसंख्यक समुदाय से आते हैं, वह सर्वोच्च पद तक पहुंचे और उन्होंने लोगों का भरोसा जीता। ओबामा ने कहा है कि मनमोहन सिंह ने भ्रष्ट न होने की वजह से प्रतिष्ठा हासिल हुई। ओबामा कहते हैं कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने भारत में लोगों का जीवन स्तर ऊंचा किया। ओबामा ने नवंबर 2010 में अपने भारत दौरे को याद किया है।