
ऐतिहासिक बहुउद्देशीय 'पद्मा ब्रिज' का उद्घाटन, 17 करोड़ बांग्लादेशी नागरिकों का सपना हुआ पूरा
ढाका, 25 जून : करीब 21 साल के लंबे इंतजार के बाद बांग्लादेश के लोगों को एक बड़ी सौगात मिली है। यहां पद्मा नदी पर बने पुल को आज लोगों के खोल दिया गया है। पद्मा ब्रिज का पूरा होना बांग्लादेश के 17 करोड़ ( 170 मिलियन) लोगों के लिए एक सपना सच होने जैसा है। यह प्रधानमंत्री शेख हसीना ((PM Sheikh Hasina)) के नेतृत्व में बांग्लादेश सरकार (Bangladesh govt) की एक अनूठी बुनियादी ढांचागत पहल है। बांग्लादेश सरकार ने समचार एजेंसी एएनआई को इस बात की जानकारी दी। बता दें कि,बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने शनिवार को देश के नए ऐतिहासिक बहुउद्देशीय 'पद्मा ब्रिज' का उद्घाटन किया।

ढाका से मोंगला बंदरगाह की दूरी होगी कम
बता दें कि, यह बांग्लादेश का सबसे लंबा पुल है। यह पुल राजधानी ढाका से मोंगला बंदरगाह (Mongla sea port) के बीच की दूरी को काफी कम कर देगा। जानकारी के मुताबिक यह ब्रिज क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए काफी महत्वपूर्ण है।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना द्वारा पद्मा ब्रिज के उद्घाटन पर, भारत सरकार और भारतीयों की तरफ से इस ऐतिहासिक परियोजना के सफलतापूर्वक पूरा होने पर बांग्लादेश की सरकार और वहां के लोगों को बधाई और शुभकामनाएं: बांग्लादेश में भारतीय उच्चायोग@ihcdhaka pic.twitter.com/0GnVhbyqHq
— प्रसार भारती न्यूज सर्विसेज (@PBNS_Hindi) June 25, 2022
भारतीय उच्चायोग ने दी बधाई
वहीं,दूसरी तरफ बांग्लादेश में भारतीय उच्चायोग ने बधाई देते हुए ट्वीट किया, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना द्वारा पद्मा ब्रिज के उद्घाटन पर, भारत सरकार और भारतीयों की तरफ से इस ऐतिहासिक परियोजना के सफलतापूर्वक पूरा होने पर बांग्लादेश की सरकार और वहां के लोगों को बधाई और शुभकामनाएं।
बांग्लादेश में खुशी की लहर
वहीं, राजधानी ढाका में पुल का उद्घाटन के अवसर पर नारों के साथ पोस्टर सजाए गए। पोस्टर में लिखा था, "हमारा पैसा, हमारा पुल, हमारा गौरव- पद्मा ब्रिज।"बांग्लादेश सरकार ने इस मौके पर न्यूज एजेंसी एएनआई से बताया कि यह बांग्लादेश के लोगों के लिए एक सपने का सच होने जैसा है। इस पुल के माध्यम से बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। सरकार का अनुमान है कि पुल के कारण सकल घरेलू उत्पाद में 1.23 प्रतिशत और दक्षिण-पश्चिम क्षेत्री सकल घरेलू उत्पाद में 2.3 प्रतिशत की वृद्धि होगी।
शेख हसीना सरकार ने अपने दम पर बनवाया ब्रिज
बांग्लादेश के प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया, यह पुल विश्व बैंक की सहायता से बनना था। हालांकि, 2009 में शेख हसीना के सत्ता में आने के बाद विश्व बैंक ने 12 अरब डॉलर की फंडिंग को भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद रद्द कर दिया। इसके बाद शेख हसीना सरकार ने इस ब्रिज को अपने दम पर पूरा करने की ठानी पद्मा पुल का निर्माण कर सभी के सामने एक उदाहरण पेश किया। शेख हसीना सरकार ने कहा पद्मा ब्रिज देश का गौरव है जो देश के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र के अलावा बाकी हिस्सों को जोड़ता है। पीएम कार्यालय ने कहा, इस पुल ने देश के 21 जिलों को जोड़ा है।
इस ब्रिज की लंबाई क्या है
पुल की लंबाई के मामले में इसे दुनिया में 122वां स्थान दिया गया है। मुख्य पुल 6.15 किलोमीटर लंबा है। 6.15 किमी लंबे पुल का निर्माण 2015 में शुरू हुआ था और दिसंबर 2021 में यह पूरा हुआ।