युवा पायलट ने अकेले दुनिया घुमकर रच दिया इतिहास, 250 घंटे विमान उड़ाकर बनाया रिकॉर्ड
दुनिया भर में अकेले उड़ान भरने वाले सबसे कम उम्र के पायलट के मौजूदा विश्व रेकॉर्ड को तोड़ने के बाद 17 साल के किशोर मैक रदरफोर्ड बुधवार को बुल्गारिया की राजधानी सोफिया पहुंचे।
बुल्गारिया,
25
अगस्त:
ब्रिटिश
पायलट
17
वर्षीय
मैक
रदरफोर्ड
ने
बुधवार
को
बुल्गारिया
में
उतरने
के
साथ
ही
इतिहास
रच
दिया।
17
साल
के
किशोर
मैक
रदरफोर्ड
दुनिया
भर
में
अकेले
उड़ान
भरने
वाले
सबसे
कम
उम्र
के
पायलट
बन
गए
हैं।
मैक
अकेले
दुनियाभर
में
उड़ान
भरने
वाले
सबसे
कम
उम्र
के
व्यक्ति
बनने
के
साथ-साथ
माइक्रोलाइट
प्लेन
में
दुनिया
की
परिक्रमा
करने
वाले
सबसे
कम
उम्र
के
शख्स
बन
गए।
सबसे कम उम्र का पायलट
दुनिया भर में अकेले उड़ान भरने वाले सबसे कम उम्र के पायलट के मौजूदा विश्व रेकॉर्ड को तोड़ने के बाद 17 साल के किशोर मैक रदरफोर्ड बुधवार को बुल्गारिया की राजधानी सोफिया पहुंचे।खबर के मुताबिक, उनकी इस उपलब्धि को गिनीज वर्ल्ड रेकॉर्ड्स की ओर से मान्यता दी गई है। उन्हें लैंडिंग के तुरंत बाद उन्हें दो सर्टिफिकेट दिए गए।
23 मार्च को सोफिया से उड़ान भरी थी
बता दें कि, मैक रदरफोर्ड ने इस वर्ष 23 मार्च को सोफिया से उड़ान भरी थी और 52 देशों के उपर उड़ान भरने और लगभग 250 घंटे की यात्रा करने के बाद उन्होंने बुधवार को अपना विमान बुल्गेरियाई राजधानी में उतारा।
सपने देखना मत छोड़ो
रदरफोर्ड ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनकी उपलब्धि युवाओं को अपने सपनों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगी। विमान से बाहर निकलने के बाद उन्होंने कहा, "बस अपने सपनों को जीना सीखें, चाहे आपकी उम्र कितनी भी हो - कड़ी मेहनत करें और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आगे निरंतर प्रयासरत रहें। वहीं, उनकी बहन, ज़ारा, जिन्होंने 19 साल की उम्र में जनवरी में अपनी वैश्विक यात्रा की उड़ान पूरी की, ने पहले अल्ट्रालाइट रिकॉर्ड बनाया था।
दुनिया का सबसे युवा पायलट
रदरफोर्ड का जन्म 21 जून 2005 को हुआ था। वह यात्रा के दौरान 17 वर्ष के थे। उन्होंने अब तक का जीवन बेल्जियम में बिताया है। सैकड़ों घंटे उड़ान भरने के बाद उन्होंने कहा, 'मैं निश्चित रूप से जानता हूं कि मैं 11 साल की उम्र से उड़ना चाहता था।' उन्होंने कहा, 'जब मैं 15 साल और तीन महीने का था, उस समय मुझे माइक्रोलाइट पायलट का लाइसेंस मिला, जिससे मैं उस समय दुनिया का सबसे युवा पायलट बन गया। तब से, मैंने दो ट्रांस-अटलांटिक क्रॉसिंग भी उड़ाई हैं।'