चीन पर ट्रंप की आखिरी ‘आर्थिक स्ट्राइक’: Xiaomi समेत 9 चीनी कंपनियां अमेरिका में ब्लैकलिस्ट
अमेरिका (America) ने चीन की सबसे बड़ी मोबाइल कंपनी शाओमी (Xiaomi) समेत 9 चीनी कंपनियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है
Xiaomi blacklist: वाशिंगटन: चीन के खिलाफ ट्रेड वार (Trade war) का बिगूल फूंकने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने राष्ट्रपति पद से जाते जाते चीन को एक और बड़ा झटका दिया है। अमेरिका (America) ने चीन की सबसे बड़ी मोबाइल कंपनी शाओमी (Xiaomi) समेत 9 चीनी कंपनियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। इन कंपनियों पर चीनी सेना पिपुल्स लिब्रेशन आर्मी (PLA) के लिए जासूसी करने का आरोप है। आरोप है कि ये कंपनियां अमेरिका से इंटेलीजेंस जानकारियों की जासूसी कर चीनी सेना को मुहैया कर रही थीं।
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व्यापार की आड़ में जासूसी
अमेरिका के रक्षा विभाग ने इन चीनी मोबाइल कंपनी Xiaomi समेत 9 कंपनियों को अमेरिका में ब्लैकलिस्ट करते हुए कहा कि ये कंपनियां व्यापार की आड़ में चीनी सेना की एडवांस इंटेलीजेंस जरूरतों को पूरा करने का काम कर रहीं थीं। रक्षा विभाग ने पिछले साल जून में अमेरिकी कांग्रेस के सामने इन कंपनियों की सूची सौंपी थी। दिसंबर 2020 में कुछ और चीनी कंपनियों को इस लिस्ट में शामिल किया गया था, जिसके बाद डोनल्ड ट्रंप ने इन चीनी कंपनियों को बैन करने के लिए दस्तखत कर दिए। अब चीन की कुल 40 कंपनियां हो गईं हैं, जिन्हें अमेरिका ने ब्लैकलिस्ट में डाल दिया है।
चीनी कंपनियों से अमेरिका की सुरक्षा को खतरा
अमेरिकी डिफेंस मिनिस्ट्री के मुताबिक, जिन कंपनियों को अमेरिका में व्यापार करन से बैन किया गया है, वो कंपनियां अमेरिकी की सुरक्षा के लिए खतरा बन गईं थीं। Xiaomi के साथ ब्लैकलिस्ट हुई चीनी सरकारी तेल कंपनी CNOOC पर आरोप है कि वो चीनी सेना के लिए 'घुसपैठिया' बनकर अमेरिका में काम कर रही थी। चीनी सरकारी तेल कंपनी CNOOC साउथ चायना सी में चीनी सेना के लिए समुद्र में ड्रिलिंग का काम कर रही है। चीन की सेना PLA और चीन सरकार साउथ चायना सी में गैरकानूनी तरीके से दूसरे देशों के समुद्री क्षेत्र पर कब्जा करने की कोशिश कर रही है, जिसके लिए तेल कंपनी CNOOC लगातार अमेरिका से एडवांस इंटेलीजेंस डेटा चुराकर साउथ चायना सी में चीनी सेना की मदद कर रही है।
किन किन कंपनियों को किया गया बैन
अमेरिकी सरकार ने चीन के खिलाफ बेहद सख्त कदम उठाते हुए बैन की गई इन चीनी कंपनियों के साथ व्यापार करने वाली अमेरिकन कंपनियों को इस साल नवंबर तक अपने सभी करार तोड़ने के लिए कहा गया है। अमेरिका ने चीन की मोबाइल कंपनी Xiaomi, माइक्रो फाइब्रेशन उपकरण इंक (AMEC), लुओकॉन्ग टेक्नोलॉजी कॉर्पोरेशन (LKCO) को बैन कर दिया है। इनके अलावा सेमीकंडक्टर कॉर्प, ग्रैंड चाइना एयर कंपनी (GCAC), चाइना नेशनल एविएशन होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (CNAH), कमर्शियल एयरक्राफ़्ट कॉर्पोरेशन ऑफ़ चाइना (COMAC), बीजिंग झोंगगुनकुन डेवलपमेंट इन्वेस्टमेंट सेंटर और ग्लोबल टोन कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी (GTCOM) को ब्लैकलिस्ट किया है।
Xiaomi ने बिक्री में Apple को पछाड़ा
अमेरिका में बैन होने से पहले चीनी मोबाइल कंपनी Xiaomi ने अमेरिका की दिग्गज मोबाइल कंपनी Apple को बिक्री के मामले में बाजार में पीछे छोड़ दिया है। लेकिन, अब जब अमेरिका ने Xiaomi पर बैन लगा दिया है तो उसकी बिक्री घटना निश्चित है, और ये चीन के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं होगा। क्योंकि, भारत के बाद अमेरिका में ही Xiaomi मोबाइल की सबसे ज्यादा बिक्री होती थी।