9/11 आतंकी हमला: जानिए कैसे 19 आतंकियों ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला कर 3000 लोगों को मौत के घाट उतारा
नई दिल्ली। 9/11 आतंकी हमले को 18 साल बीच चुके हैं, लेकिन इसका दर्द अब भी ताजा है। अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले ने न केवल अमेरिका बल्कि दुनियाभर को चौंका दिया। 11 सितंबर 2001 की सुबह जो हुआ उसने पूरी दुनिया को दहशत में ला दिया। 11 सितंबर की सुबह लोग दफ्तरों के लिए निकल चुके थे। दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग वर्ल्ड ट्रेड टावर में रोज की तरह 18000 कर्मचारी अपने काम में जुटे थे, कि अचानक 8 बजकर 46 मिनट पर पूरी बिल्डिंग थर्रा उठी। दुनिया का सुपरपॉवर कहे जाने वाले अमेरिकी में घुसकर आतंकियों ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को निशाना बनाया। 19 आतंकियों ने अमेरिका में घुसकर विमान हाईजैक किया और वर्ल्ड ट्रंड सेंटर पर हमला बोल दिया।
19 आतंकियों ने अमेरिका को हिलाया
अलकायदा
के
19
आतंकियों
ने
चार
विमान
हाईजैक
किए
और
दुनिया
की
सबसे
बड़ी
इमारत
वलर्ल्ड
ट्रेड
टावर
से
दो
विमानों
को
भिड़ा
दिया।
एक
विमान
वर्ल्ड
ट्रेड
सेंटर
के
उत्तरी
टावर
से
टकराया।
लोग
इस
हमले
को
लेकर
कुछ
समझ
पाते
की
तब
तक
दूसरे
विमान
ने
टावर
के
दक्षिणी
हिस्से
से
टकराते
हुए
विस्फोट
कर
दिया।
टावर
से
विमान
टकराते
ही
वर्ल्ड
ट्रेड
टावर
आग
के
गोले
में
बदल
गया।
धुंए
का
ग
बार
बन
गया।
चंद
घंटों
में
लोगों
को
पता
चल
गया
कि
ये
बड़ा
आतंकी
हमला
है।
लोगों
की
चीख
पुकार
मच
गई।
3000 लोगों की मौत
इस हमले के बात भी आतंकी नहीं रूके। दोनों टावरों पर हमले के बाद 9 बजकर 47 मिनट पर आतंकियों ने वाशिंगटन के रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन पर हमला किया। अलकायदा के आतंकियों ने पेंटागन के हिस्से से टकराकर उसे गिरा दिया। इसके बाद चौथे विमान ने पीटसबर्ग हवाई अड्डे पर हमला किया।
हमले का मास्टरमाइंड
वर्ल्ड
ट्रेड
सेंटर
पर
हमले
में
3000
लोगों
की
मौत
हुई
थी।
इस
हमले
में
मारे
गए
लोगों
में
90
देशों
के
लोग
शामिल
थे।
हमले
की
जांच
के
दौरान
पता
चला
कि
अलकायदा
के
आतंकियों
के
हमले
का
निशाना
व्हाइट
हाउस
था।
हमले
का
मास्टरमाइंड
अलकायादा
का
आतंकी
खालिद
शेख
मोहम्मद
था।
हमले
की
प्लानिंग
उसने
की,
लेकिन
पूरी
निगरानी
आसामा
बिनव
लादेन
की
थी।
इस
बड़े
हमले
के
पीछे
ओसामा
बिन
लादेन
का
हाथ
था।
हालांकि
साल
2011
में
अमेरिका
ने
अलकायदा
के
मुखिया
ओसामा
बिन
लादेन
को
खोजकर
पाकिस्तान
के
ऐबटाबाद
में
मार
गिराया।
इस
हमले
की
दर्दनाक
और
भयानक
तस्वीरें
काफी
दिनों
तक
अखबारों
और
टीवी
आती
रहीं।
आज
भी
ये
तस्वीरें
लोगों
के
रोंगटे
खड़ी
कर
देती
है।
आज भी अमेरिकियों को मार रहा है 9/11
न्यूयॉर्क के मैनहट्टन में के वर्ल्ड ट्रेंड सेंटर के दोनों टावर पर हुए हमले का असर आज तक अमेरिका के लोगों को मार रहा है। इस हमले में टावर को गिरे ही उसके बाद न्यूयार्क के आसमान पर धूल का बड़ा गुबार छा गया। यह गुबार कई हफ्तों तक मौजूद रहा। जिन लोगों ने इस गुबार में सांस ली, वे आज कैंसर और अन्य खतरनाक बीमारियों से जूझ रहे हैं।