ईरान की मीडिया का दावा: US सैन्य ठिकानों पर हमले में सैनिक सहित 80 लोगों की मौत
बगदाद। इराक में हुए ईरान के मिसाइल हमलों में करीब 80 लोगों की मौत हो गई है। ये बात ईरान की मीडिया ने रिपोर्ट्स के हवाले से कही है। ये हमले ईरान ने इराक स्थित अमेरिका के दो सैन्य ठिकानों पर किए थे। ईरान ने यहां इरबिल और अल-असद शहर में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर दो दर्जन से भी ज्यादा मिसाइलें दागी हैं। हालांकि ईरान के प्रेस टीवी का कहना है कि वह अकेले इन मौतों की पुष्टि नहीं करता है।
80 लोगों में 20 अमेरिकी सैनिक
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मरने वाले 80 लोगों में 20 अमेरिकी सैनिक शामिल हैं। ईरान की सरकारी मीडिया का कहना है कि ये हमले जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए किए गए हैं। जिन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर बगदाद में एक ड्रोन हमले में मारा गया था। वहीं अमेरिका का कहना है कि वह नुकसान का आकलन करने की कोशिश कर रहा है।
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'शहीद सुलेमानी' ऑपरेशन
रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के रिवॉल्युशनरी गार्ड्स ने अमेरिकी एयरबेस पर हमले को 'शहीद सुलेमानी' ऑपरेशन का नाम दिया और ताबड़तोड़ कई मिसाइलें दागीं। इस घटना के बाद ईरान के परमाणु संयंत्र पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है क्योंकि उस पर अमेरिकी हमले की आशंका है।
ट्रंप ने क्या कहा?
मामले पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि सब ठीक है। ईरान ने इराक में दो सैन्य ठिकानों पर मिसाइलें दागी हैं। होने वाले नुकसान का आकलन किया जा रहा है। लेकिन अब तक सब ठीक है। ट्रंप ने कहा कि हमारे पास दुनिया की सबसे शक्तिशाली सेना है। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता स्टेफनी ग्रिशम ने बयान में कहा कि उन्हें इराक में अमेरिकी सेना के ठिकानों पर हमले के बारे में पता चला है, इस बारे में राष्ट्रपति को जानकारी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि वह स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा टीम से बातचीत की जा रही है।