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मेथनॉल पीने से ठीक होता है कोरोना, अंधविश्वास के चलते ईरान में 728 लोगों की मौत, 90 लोग अंधे हुए

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नई दिल्ली। कोरोना संकटकाल में एक बड़ी समस्या है फर्जी खबरें। तमाम देशों में फर्जी खबरें, अफवाह और अंधविश्वास कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ी बाधा बना हुआ है। ईरान में अफवाह के चलते 700 से अधिक लोगों की जान चली गई है। दरअसल यहां लोगों ने गलत विश्वास के चलते जहरीला मेथनॉल पी लिया जिससे 700 से अधिक लोगों की जान चली गई। इन लोगों के बीच इस तरह की खबर फैली कि मेथनॉल पीने से कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा, जिसके बाद बड़ी संख्या में लोगों ने इस पीना शुरू कर दिया।

मौत के आंकड़ों में 10 गुना इजाफा

मौत के आंकड़ों में 10 गुना इजाफा

ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि मेथनॉल पीने से यह अभी तक की सर्वाधिक मौत है। मौत के आंकड़ों में इसलिए भी अंतर है क्योंकि तकरीबन 200 लोगों की मौत अस्पताल के बाहर हुई है, इन लोगों ने इसमे से कुछ लोग जहरीली शराब पीकर मर गए हैं। पिछले कुछ वर्षों की बात करें तो सरकार ने जो रिपोर्ट साझा की है उसके अनुसार पिछले एक वर्ष में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या में 10 गुना का इजाफा हुआ है। आधिकारियों ने बताया कि 20 फरवरी से 7 अप्रैल के बीच 728 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई है।

5806 की कोरोना से मौत

5806 की कोरोना से मौत

पिछले वर्ष जहरीली शराब पीने से 66 लोगों की मौत हुई थी। ईरान स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता कायनोश जोहानपोर ने बताया कि 20 फरवरी से अबतक जहरीला मेथनॉल पीने से 525 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि कुल 5011 लोगों ने जहरीली मेथनॉल मिली शराब पी है। इसकी वजह से 90 लोगों की आंख की रोशनी जा चुकी है। फाइनल रिपोर्ट आने पर यह आंकड़ा कहीं अधिक हो सकती है। बता दें कि मिडिल ईस्ट में ईरान कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देश है। यहां कोरोना से अबतक 5806 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 91000 से अधिक लोग संक्रमित हैं।

बुरी तरह से असर करता है मेथनॉल

बुरी तरह से असर करता है मेथनॉल

बता दें कि मेथनॉल को सूंघकर या इसके स्वाद से पता नहीं किया जा सकता है, यही वजह है कि इसके दुष्प्रभाव देर से पता चलते हैं। यह अंगों पर देर से प्रभाव डालता है, दिमाग को बुरी तरह से प्रभावित करता है। इसे पीने से छाती में दर्द, मिचली आना, आंख से कम दिखाई देने जैसे लक्षण होते हैं। ईरान में सरकार ने यह साफ कर रखा है कि मेथनॉल बनाते समय में इसमे आर्टिफिशियल रंग मिलाया जाए ताकि लोग इसकी पहचान कर सकें और इथनॉल व मेथनॉल में फर्क समझ सकें। इथनॉल का इस्तेमाल घाव को साफ करने में होता है और यह शराब में भी पाया जाता है, लेकिन ईरान में इसे बनाए जाने पर पाबंदी है।

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English summary
728 Iranian died of drinking methanol of false belief that it protects from coronavirus.
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