राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ आईं अमेरिका की 60 कंपनियां, टैरिफ नीति पर संगठन बोले अब बहुत हो गया
अमेरिका के 60 औद्योगिक संगठनों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ उनकी ट्रेड टैरिफ नीतियों की वजह से मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को इन 60 संगठनों ने राष्ट्रपति के खिलाफ जारी अपनी लड़ाई को सार्वजनिक कर दिया। 60 संगठनों का इस तरह से ट्रंप के खिलाफ आना किसी की भी कल्पना से परे है।
वॉशिंगटन। अमेरिका के 60 औद्योगिक संगठनों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ उनकी ट्रेड टैरिफ नीतियों की वजह से मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को इन 60 संगठनों ने राष्ट्रपति के खिलाफ जारी अपनी लड़ाई को सार्वजनिक कर दिया। 60 संगठनों का इस तरह से ट्रंप के खिलाफ आना किसी की भी कल्पना से परे है। अमेरिकंस फॉर फ्री ट्रेड, इस 60 कंपनियों के संयुक्त संगठन का नाम है। इस संगठन की शुरुआत ट्रंप के उस कदम के बाद हुई है जिसमें टैरिफ के प्रयोग और छूट हासिल करने के मकसद से बिलियन डॉलर की मदद से कंपनियों के प्रयोग की कोशिशों की बातें कही गई थीं।
मैन्युफैक्चरर्स का घाटा कर रही नीतियां
नेशनल मैरीन मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन की टॉप लॉबिस्ट निकोल वेसिलएरॉज कहती है कि बहुत से कई संगठन है जो सोचते हैं कि वे ये सब नहीं होने देंगे लेकिन टैरिफ के प्रभाव ने सबको यह कहने पर मजबूर कर दिया है कि अब बहुत हो चुका। इस संगठन के सदस्य ट्रंप के खिलाफ हैं क्योंकि टैरिफ की वजह से लागतों में 35 प्रतिशत से भी ज्यादा का उछाल आ गया है। निकोल के मुताबिक यह 'जैसे को तैसा' वाली टैरिफ नीति उन्हें कहीं नहीं लेकर जाएगी। ट्रंप प्रशासन का बार-बार यह कहना कि 'हम अमेरिका की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं', सिर्फ इसके विपरीत प्रभाव पैदा करेगा। यह अमेरिकी मैन्युफैक्चरर्स को नुकसान पहुंचा रहा है। ट्रंप ने उन 50 बिलियन डॉलर की कीमत वाले चीनी उत्पादों पर 25 प्रतिशत का टैरिफ लगा दिया है जो ज्यादातर मशीनरी और इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर और सेमी-कंडक्टर्स से जुड़े हैं। इसके अलावा स्टील पर 25 प्रतिशत और विदेश एल्युमिनियम पर 10 प्रतिशत का टैरिफ थोप दिया गया है।