अमेरिका- न्यूयॉर्क में शिव शक्ति पीठ के पुजारी हमले में बुरी तरह घायल, हिंदू समुदाय ने की निंदा
न्यूयॉर्क। अमेरिका के न्यूयॉर्क में 52 वर्षीय हिंदु पुजारी पर हमले की खबरें हैं। बताया जा रहा है कि उन पर हमला उस समय हुआ जब वह फ्लोरल पार्क के करीब स्थित मंदर के पास से गुजर रहे थे। अमेरिकी मीडिया ने इस बात की जानकारी दी है। पुजारी पर कुछ हमलावरों ने पीछे से हमला किया और हमले के समय उन्हें भगवा कपड़े पहने हुए थे। पुजारी पर गुरुवार को सुबह 11 बजे हमला होने की खबरें हैं।
मंदिर से निकलते समय हमला
पुजारी का नाम स्वामी हरीश चंदर पुरी बताया जा रहा है। वह न्यूयॉर्क के ग्लेन ओक्स में स्थित शिव शक्ति पीठ में पुजारी के तौर पर कार्यरत हैं। न्यूयॉर्क के पिक्स 11 न्यूज चैनल की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक पुरी जिस समय गली से गुजर रहे थे अचानक पीछे से एक व्यक्ति आया उसने उन्हें पीटना शुरू कर दिया। इस व्यक्ति ने उन्हें बहुत बुरी तरह से पीटा। पुरी फिलहाल अस्पताल में हैं और उनका इलाज जारी है। उनके पूरे शरीर पर घाव हैं और उनके चेहरे पर भी गंभीर चोटें आई हैं।
'यह मेरी जगह है'
इस हमले को नस्लवादी हमला करार दिया गया है। फेसबुक पर बने एक ग्रुप जिसका का नाम 'साधना-कोआलिएशन ऑफ प्रोग्रेसिव हिंदूज' है उस पर इस घटना के बारे में बताया गया है। पेज पर लिखा गया है, 'स्वामीजी पर हुए इस हमले की खबर ने हमें काफी आहत किया है। उन पर एक ऐसे व्यक्ति ने हमला किया जो बार-बार चिल्ला रहा था 'यह मेरी जगह है'। ' पेज पर बताया गया है कि स्वामी हरिश चंदर पुरी की हालत फिलहाल स्थिर है और वह ठीक हो रहे हैं।
52 वर्षीय हमलावर गिरफ्तार
स्वामी पुरी को न्यूयॉर्क में हिंदू समुदाय के लोग काफी पसंद करते हैं। पिक्स 11 चैनल के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, 'मैं ठीक हूं लेकिन मुझे थोड़ा दर्द है। कभी-कभी लोगों का खुद पर नियंत्रण नहीं होता है। मुझे उम्मीद है कि हम एक साथ रहेंगे।' चैनल ने बताया है कि स्वामी पुरी ठीक हो रहे हैं और मुस्कुरा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि वह उस हमलावर के लिए प्रार्थना करेंगे जिसने उन्हें निशाना बनाया है। पुलिस ने इस घटना में 52 वर्षीय सर्गियो गोविया को गिरफ्तार किया है। उस पर हमले, शोषण और हथियार रखने के आपराधिक केस के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
हेट क्राइम के तहत चलेगा केस!
अब पुलिस इस बात पर विचार कर रही है कि इस हमले को एक हेट क्राइम के तौर पर मानकर जांच की जाए या नहीं। कुछ लोग जो अक्सर मंदिर आते हैं, उनका कहना है कि पुजारी को निशाना बनाया गया है। हमलावर जोर-जोर से चिल्ला रहा था, 'गो बैक।' अमेरिका में यह हमला ऐसे समय हुआ है जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने डेमोक्रेटिक पार्टी के चार महिला सांसदों पर निशाना साधा है और उन्हें अपने देशों में वापस लौट जाने को कहा है।