यहां मिले डायनासोर के 50 फुट बड़े पैरों के निशान, वैज्ञानिकों ने बताए सदियों पुराने
स्कॉटलैंड के स्काई में वैज्ञानिकों को डायनासोर के 50 फुट बड़े पैरों के निशान मिले हैं। कहा जा रहा है कि ये दुनिया के सबसे बड़े डायनासोर थे। ये पैरों के निशान 170 मिलियन साल पहले के बताए जा रहे हैं, जिसकी खोज अब जाकर हुई है।
ईडिनबर्ग। स्कॉटलैंड के स्काई में वैज्ञानिकों को डायनासोर के 50 फुट बड़े पैरों के निशान मिले हैं। कहा जा रहा है कि ये दुनिया के सबसे बड़े डायनासोर थे। ये पैरों के निशान 170 मिलियन साल पहले के बताए जा रहे हैं, जिसकी खोज अब जाकर हुई है। इसके साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि पैरों के ये निशान स्कॉटलैंड में पाए गए डायनासोर के सबसे पुराने जीवाश्म बताए जा रहे हैं।
मिले 50 फुट बड़े पैरों के निशान
स्कॉटलैंड के स्काई में शोधकर्ताओं को 50 फुट बड़े डायनासोर के पैरों के निशान मिले हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार ये मिडिव जुरासिक के समय का है, जिस समय के बारे में जानकारी काफी कम है। निशान के अनुसार 230 मिलियन सालों पहले पाए जाने वाले डायनासोर हिंसक की बजाय, शांतिपूर्ण तरीके से रहते थे। इस शोध का नेतृत्व कर रहे यूनिवर्सिटी ऑफ इडिनबर्ग के डॉ. स्टीव ब्रुसेट ने कहा, 'जितना हम स्काई आइल में शोध करते हैं, हमें डायनासोर के उतने निशान मिलते हैं।'
दो तरह के डायनासोर के हैं ये निशान
उन्होंने आगे कहा, 'इस नई साइट में दो डायनासोर के बारे में पता चला है, लंबी गर्दन वाले Brontosaurus और तेज दांतों वाले T.rex।' स्काई पर मौजूद अधिकर निशान Tyrannosaurus rex प्रजाति के Theropods के हैं, जो दो पैरों पर चलते थे और उनकी लंबाई 6.5 फीट थी। सबसे हैरान कर देने वाले पैरों के निशान Sauropod के थे, जो 28 इंच यानि कि 70 सेंटीमीटर के थे। वैज्ञानिकों ने शोध में पंजे और पैरों के निशान से पता लगाया कि ये कौन सी प्रजाति के डायनासोर के हैं।
शोध के लिए काफी महत्वपूर्ण है ये जगह
यूनिवर्सिटी ऑफ इडिनबर्ग से पेलियंटॉलॉदी और जियोबायोलॉजी से मास्टर्स कर रहे छात्र पेगो डिपोलो ने कहा, 'ये निशान हमें पत्थरों में मिले जो कि Duntulm में मिले निशान से काफी पुराने थे। इससे मालूम चलता है कि इस इलाके में लंबे समय तक Sauropods रहे थे।' डिपोलो ने कहा कि ये इलाका मिडिल जुरासिक के समय में डायनासोर पर शोध के लिए काफी महत्वपूर्ण है।
मरने के बाद इस लड़की के लिए करोड़ों छोड़कर गई उसकी पड़ोसी, रुला देगी इंसानियत की ये कहानी