ISIS की है अपील, फ्रांस में इतना डर पैदा कर दो कि लोगों को कभी नींद न आए
पेरिस। दिसंबर में 2014 के जाते-जाते ऑस्ट्रेलिया का सिडनी शहर आतंकी वारदात से दहला तो नए साल की शुरुआत फ्रांस की राजधानी पेरिस में आतंकी हमले की साथ हो गई। पेरिस में सैटायर मैगजीन चार्ली हैब्दो के ऑफिस पर अचानक ही कुछ लोगों ने हमला कर दिया और देखते ही देखते 12 लोगों की मौत हो गई। फ्रांस के सुरक्षा अधिकारियों की मानें तो फ्रांस पर ही नहीं इस समय पूरे यूरोप पर ऐसा ही खतरा मंडरा रहा है और फ्रांस पर अगले कुछ दिनों में और आतंकी हमलों को अंजाम देने की साजिश रची जा चुकी है।
9/11 के बाद से यूरोप पर खतरा चारगुना
- नवंबर में फ्रांस के सुरक्षा अधिकारियों की ओर से आतंकी हमले की चेतावनी दे दी गई थी।
- फ्रांस के प्रधानमंत्री मैन्यूज वैल्स ने कुछ माह पहले आतंकवाद से जुड़ा एक बयान दिया था।
- उन्होंने कहा था कि जो खतरा इस समय उनके देश पर मंडरा रहा है, उतना बड़ा खतरा कभी भी महसूस नहीं किया गया।
- सुरक्षा अधिकारियों ने दावा किया है कि यूरोप आईएसआईएस के आंतकियों के निशाने पर है।
- फ्रांस के सुरक्षा अधिकारियों की मानें पूरे यूरोप और यूरोपियन यूनियन पर 9/11 के बाद से खतरा चार गुना तक बढ़ चुका है।
- इंटेलीजेंस अधिकारियों का कहना है कि अमेरिका पर हुए हमले के बाद यूरोप जेहादियों के लिए एक सुरक्षित पनाहगार में तब्दील हो चुका है।
- उनका मानना है कि जब अमेरिका पर हमला हुआ तो ज्यादातर चरमपंथी विचारधारा वाले लोग यूरोप आ गए।
- लेकिन जितना बड़ा खतरा इस समय फ्रांस पर मंडरा रहा है, उतना बड़ा खतरा यूरोप के किसी और देश पर नहीं है।
- फ्रांस में आईएसआईएस के सपोर्ट के लिए काफी युवा मौजूद हैं और इनमें से ज्यादातरा दूसरें देशों के नागरिक हैं।
ISIS के लिए आकर्षित फ्रांस के युवा
- इस समय 390 फ्रेंच चरमपंथी सीरिया और इराक में आईएसआईएस के लिए लड़ रहे हैं।
- 231 लड़ाई में शामिल होने के लिए गए हैं।
- 51 की मौत सुसाइड बॉम्बिंग्स में हुई है।
- 234 युवाओं ने लड़ाई बीच में छोड़ दी थी इनमें से 185 युवा फ्रांस वापस लौट चुके हैं।
- फ्रांस में वर्ष 2013 से लेकर अब तक पांव बड़े आतंकी साजिशों को नाकाम किया है।
- आईएसआईएस ने यहां पर लोन वोल्फ आतंकी हमलों को बढ़ाने की अपील की है।
अमेरिका की दोस्ती का खामियाजा भुगतेगा फ्रांस
फ्रांस इस समय अमेरिका के साथ मिलकर इराक और सीरिया में आईएसआईएस के खिलाफ छिड़ी लड़ाई में शामिल है। सितंबर में आईएसआईएस के प्रवक्ता अबु मोहम्मद अल अदनानी ने एक ऑडियो टेप में अपने कैडर्स से कहा था कि अगर उन्हें कोई अमेरिकी, फ्रेंच या फिर अमेरिका के किसी दोस्त देश के नागरिक को देखें और आईईडी या फिर बुलेट का इंतजाम वह न कर पाएं तो वह या तो उसके सिर पर पत्थर से हमला करें, उन्हें चाकूओं से काट डालें या फिर उसे कार से रौंद डालें। अगर यह भी न कर पाएं तो फिर उन्हें जहर देकर उसी समय खत्म कर दें।
19 नवंबर एक फ्रेंच आईएसआईएस फाइटर ने अपना वीडियो रिलीज किया था। फ्रेंच भाषा के इस वीडियो में उसने अपने ग्रुप के प्रपोगेंडा के तहत युवाओं से फ्रांस में हमले करते रहने की अपील की थी। इस वीडियो में उसने कहा था, ' उन्हें इतना आतंकित कर दो और इतना डरा दो कि डर की वजह से उन्हें नींद न आए। जो भी कार या फिर हथियार सामने हो उससे उन पर हमला करो। रोज अल्लाह के एक दुश्मन को खत्म करते रहो।'
फिलहाल इस हमले के बाद फ्रांस में सुरक्षा काफी कड़ी कर दी गई है। साथ ही लोगों में दहशत को भी महसूस किया जा सकता है।