दुनिया के ये 30 हजार लोग खुद होना चाहते हैं कोरोना वायरस से संक्रमित, जानिए क्यों?
नई दिल्ली: दुनिया में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। जिसने एक करोड़ से ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। इस बीच दुनिया कोरोना से बचने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है। कहीं पर पूरा लॉकडाउन हो रखा है, तो कहीं पर तमाम पाबंदियां लगाई गई हैं। इस बीच दुनिया में 30 हजार लोग ऐसे हैं, जो खुद को कोरोना वायरस से संक्रमित करवाना चाहते हैं।
क्या है वजह?
दरअसल कई देशों ने कोरोना वायरस की वैक्सीन तैयार कर ली है। अब जरूरत इसके ट्रायल की है, ताकी साइडइफेक्ट का पता लगाया जा सके। ऐसे में 1 Day Sooner नाम की एक संस्थान ने ऑनलाइन कैंपेन शुरू किया है। जिसमें बड़ी संख्या में लोग खुद को रजिस्टर कर रहे हैं। ये सभी लोग जानबूझकर खुद को कोरोना से संक्रमित करवाना चाहते हैं, ताकी उन पर वैक्सीन का ट्रायल किया जा सके। इस कैंपेन से अब तक 140 देशों से 30108 वॉलेंटियर्स जुड़ चुके है। अभी ये संख्या और बढ़ने की उम्मीद है।
ट्रायल में लगेगा कम वक्त
रिपोर्ट के मुताबिक आमतौर पर वैज्ञानिक ट्रायल के दौरान स्वस्थ लोगों को वैक्सीन की खुराक देते हैं और फिर उन्हें समाज में रहने के लिए छोड़ देते हैं। इसके बाद इस बात का इंतजार किया जाता है कि वो खुद से संक्रमित हों, ताकी उस इंसान के शरीर की प्रतिक्रिया का पता चल सके। इस पूरी प्रक्रिया में काफी लंबा वक्त लग जाता है। ऐसे में वैक्सीन को बाजार में आने में और ज्यादा वक्त लगेगा।
क्या कह रही संस्थान?
वहीं 1 Day Sooner नाम की संस्थान का विचार वैज्ञानिकों से अलग है। उन्होंने कहा कि संस्था ह्यूमन चैलेंज ट्रायल पर जोर देती है। जो लोग ट्रायल के लिए तैयार हैं, उन्हें वैक्सीन दी जाए। इसके बाद उन्हें खुद से कोरोना वायरस से संक्रमित करवाया जाए। ऐसे में वैक्सीन का परिणाम जल्द पता चल पाएगा। संस्था ने साफ किया कि उन्होंने वॉलेंटियर्स के लिए कई शर्तें रखी हैं। जिसमें सिर्फ युवा और शारीरिक रूप से स्वस्थ लोग ही रजिस्टर कर सकते हैं। वहीं वॉलेंटियर्स का कहना है कि वो समाज की भलाई के लिए ऐसा कदम उठा रहे हैं, वो चाहते हैं कि वैक्सीन जल्द आए और लाखों लोगों की जान बचे। हालांकि अभी तक इस ट्रायल की मंजूरी अमेरिकी सरकार ने नहीं दी है।
दुनिया में कितने मामले?
कोरोना वायरस की चपेट में आने से कोई भी देश बचा नहीं है। पूरी दुनिया में अब तक 1,13,86,433 मामले सामने आ चुके हैं। जिसमें से 5.33 लाख लोगों की मौत हुई है, जबकि 64.4 लाख लोग ठीक हो चुके हैं। जिस वजह से अब एक्टिव केस की संख्या 44,07,796 ही है। मौजूदा वक्त में अमेरिका कोरोना का केंद्र बना हुआ है, जहां 29 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं।
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