Coronavirus: मेथनॉल से नहीं होगी महामारी, इस शक में ईरान में जनता ने पी लिया जहर, 300 की मौत
तेहरान। ईरान में पहले ही कोरोना वायरस की वजह से आफत आई हुई है और कई तरह की गलतफहमियां इय स्थिति को और बिगाड़ रही हैं। यहां पर मेथनॉल पीने से 300 लोगों की मौत हो गई है और 1000 लोगों की हालत बिगड़ी हुई है। ईरान की मीडिया की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक लोगों को लगा था कि मेथनॉल पीने से कोरोना वायरस से जान बच सकेगी। ईरान में अब तक कोविड-19 की वजह से 2378 लोगों की मौत हो गई है।
सरकार के सामने दोहरी चुनौती
मेथेनॉल पीने से पांच साल के एक बच्चे की आंखों की रोशनी चली गई है। इससे पहले यहां पर 25 लोगों की मौत उस समय हो गई थी जब उन्होंने नकली शराब पी ली थी। ईरान में इन दिनों सोशल मीडिया पर कई तरह के उपचार वायरल हो रहे हैं। जनता का सरकार पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है और ऐसे में वे इन अफवाहों को ही मान रहे हैं। शराब पीना ईरान में बैन है मगर यहां पर एक व्यक्ति की तरफ से इंडस्ट्रीयल एल्कोहल बांटा गया था। लेकिन इसके बाद भी कुछ लोगों की तरफ से इस बांटा गया था। ईरान के स्वास्थ्य मंत्री के सलाहकार डॉक्टर हुसैन हसनैन ने कहा कि दूसरे देशों में बस कोरोना वायरस महामारी ही अकेली समस्या है। मगर यहां सरकार को दो मुसीबतों से जूझना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि शराब पीकर आने वाले लोगों का इलाज भी करना है और फिर कोरोना से भी उन्हें बचाना है।
ईरान मे होने वाले हैं चुनाव
ईरान में संसदीय चुनाव होने वाले हैं और सरकार भरोसा खो चुकी है। हसनैन ने बताया कि दुर्भाग्य से कुछ प्रांतों मे मेथनॉल पीने से मरने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हो रहा है। ईरान की सोशल मीडिया पर कुछ दिनों पहले एक ब्रिटिश स्कूल टीचर के झूठे दावे के मुताबिक वायरस हुआ था कि उसने व्हीस्की और शहद से कुछ लोगों का इलाज किया था। इसके अलावा हैंड सैनिटाइजर, कोविड-19 पर असरकारक साबित होता है, कई लोगों ने इंडस्ट्रीयल एल्कोहल जैसे मेथनॉल को पीना शुरू कर दिया। उन्हें लगा कि इससे वो कोरोना का शिकार होने से बच सकते हैं।