फिल्मों का नहीं असली का मोगली बन गया रूस का यह बच्चा
मॉस्को। आपने मोगली मूवी में ही देखा होगा कि कोई बच्चा जानवरों के बीच रहता है। वो भी घने जंगलों में। रूस के साइबेरिया में भी ऐसा मामले सामने आया है जिसके बारे में जानकर आप हैरान हो जाएंगे।
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यहां के साइबेरियन जंगल में बड़े बड़े लोग भी नहीं जाने की हिम्मत रखते लेकिन यहीं से एक 3 साल का बच्चा बचाया गया है जो तीन दिन भालुओं और भेड़ियों के बीच रहा।
तीन दिन तक जंगल में बिना भोजन किए खूंखार जानवरों के बीच रहा। सेरिन डोपचू नाम के तीन साल के बच्चे ने इस तीन के दौरान अपने पास रखे चॉकलेट्स ही खाए।
अचानक से हुआ गायब
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इतना ही नहीं तीन साल के इस बच्चे ने समझदारी दिखाई और लार्क के पेड़ के नीचे सूखी पत्तियों पर सोया रहा। बताया गया कि सेरिन तीन दिन पहले खेलते हुए अचानक से गायब हो गया था।
सेरिन के गायब होने पर यह आशंका व्यक्त की जा रही थी कि वो किसी बड़े पप्पी के संग खेलते हुए गायब हो गया। हालांकि जब वो खेल रहा था तब उसकी दादी ने उसकी निगरानी कर रही थी।
हालांकि सब कुछ अच्छा हुआ और करीब 72 घंटे चले ऑपरेशन में स्थानीय पुलिस कर्मियों ने बच्चे को सही सलामत खोज निकालने में सफलता हासिल की।
खुशी का नहीं रहा ठिकाना
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जब स्थानीय पुलिस कर्मियों ने सेरिन को सही सलामत ढूंढ़ लिया तो उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा।
इस बच्चे को खोजने के लिए खोजने के लिए करीब 100 लोग मिशन पर थे। जिसमें सेरिन का परिवार, रूस की इंमरजेंसी मिनिस्ट्री का बचाव दल, पुलिस और स्वयंसेवी शामिल थे।
सेरिन की बरामदगी के बाद स्थानीय पुलिसकर्मी कारा ऊल ने अपने ब्लॉग पर लिखा कि ' हुर्रे! छोटा सेरिन जिंदा मिल गया ।' तीन दिन तक इस तरह से जंगल में रहने के कारण लोग बच्चे को मोगली कह कर बुला रहे हैं।