ईरान ने ब्रिटेन के ऑयल टैंकर को लिया कब्जे में, 18 भारतीयों की जान मुश्किल में
लंदन। ईरान ने स्ट्रेट ऑफ होरमुज पर ब्रिटिश झंडे वाले तेल के एक टैंकर स्टेना इंपेरो को अपने कब्जे में ले लिया है। यह टैंकर अब बंदर अब्बास पोर्ट की तरफ जा रहा है। बताया जा रहा है कि क्रू टैंकर में ही है और 23 क्रू मेंबर्स में से 18 भारतीय भी हैं। ईरान की फार्स न्यूज एजेंसी की ओर से शनिवार को इस बात की जानकारी दी गई है। मामले की जांच जारी है। आपको बता दें कि जिस जगह पर टैंकर को कब्जे में लिया गया है वहां पर पहले ही अमेरिका और ईरान के बीच पिछले कुछ समय से तनाव जारी है।
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जहाज से की गई थीं कॉल्स
स्टेना इंपेरो, ईरान की एक फीशिंग बोट से टकरा गया था। इसकी तरफ से कुछ कॉल्स भी की गईं लेकिन इन्हें नजरअंदाज कर दिया गया था। फार्स न्यूज एजेंसी ने सर्दन होरमोझगान प्रांत के पोर्ट्स एंड मैरीटाइम ऑर्गनाइजेशन के मुखिया अल्लाहमुराद अफिफिपोर के हवाले से यह जानकारी दी है। टैंकर को बंदर अब्बास ले जाया गया है और यह जगह ईरान के दक्षिणी तट पर है और स्ट्रेट के सामने पड़ती है। अल्लाहमुराद ने बताया, 'इस टैंकर को बंदर अब्बास जाया गया है। सभी 23 क्रू मेंबर्स शिप पर ही रहेंगे जब तक कि जांच पूरी नहीं हो जाती है। 23 क्रू मेंबर्स में 18 भारतीय नागरिक हैं तो पांच दूसरे देशों के हैं।' टैंकर के ऑपरेटर स्टेन बल्क ने शुक्रवार को कहा जहाज सभी नेविगेशन और अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन कर रहा था। लेकिन अचानक यह क्रू के नियंत्रण से बाहर हो गया और फिर इससे कोई भी संपर्क नहीं हो सका।
ब्रिटेन ने दी गंभीर नतीजे भुगतने की चेतावनी
ब्रिटेन के विदेश सचिव जेर्मी हंट ने कहा कि सरकार जहाज के बारे में हर जानकारी हासिल करने की कोशिशें कर रही है। यह जहाज सऊदी अरब की तरफ जा रहा था कि अचानक इसने अपनी दिशा बदल ली और स्ट्रेट ऑफ होरमुज की तरफ मुड़ गया। ईरान और पश्चिमी देशों के रिश्ते पिछले कुछ समय में काफी बिगड़ गए हैं। चार जुलाई को ब्रिटेन की नेवी ने ईरान के ग्रेस 1 टैंकर को जिब्राल्टर में जब्त कर लिया था। ब्रिटेन को शक था कि यूरोपियन यूनियन की तरफ से जारी प्रतिबंधों को नजरअंदाज करके ईरान सीरिया को तेल सप्लाई कर रहा है। हंट ने ईरान को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर स्टेना इंपेरो के साथ यही स्थिति जारी रही तो फिर इसके गंभीर अंजाम भुगतने पड़ सकते हैं। ब्रिटेन हालांकि अभी मिलिट्री विकल्पों पर भी विचार नहीं कर रहा है। हंट ने कहा कि ब्रिटेन अभी कूटनीतिक विकल्पों के बारे में सोच रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह ब्रिटेन से इस बारे में बात करेंगे।