मिस्र ने एक साथ 15 आतंकियों को फांसी पर लटकाया
काहिरा। मिस्र की सरकार ने आतंकवाद के आरोप में एक साथ 15 आतंकवादियों को फांसी के फंदे पर लटका दिया है। इन लोगों पर 2013 में सिनाई प्रायद्वीप में सैन्य चौकियों को उड़ाने का आरोप है। मिस्त्र के मिलिट्री कोर्ट ने सभी आरोपियों को दोषी पाया है, जिसमें उन्होंने चार साल पहले सिनाई प्रायद्वीप में हमला कर एक आर्मी ऑफिसर और आठ जवानों का मार दिया था।
मिस्र में 2015 के बाद यह अब तक की सबसे बड़ी फांसी की सजा है। मिस्र ने दो साल पहले अपने छह नागरिकों को फांसी पर लटका दिया था। एक सरकारी अधिकारी के मुताबिक, इन 15 आरोपियों में से 11 दोषियों को बुर्ज अल-अरब कारागार में फांसी दी गई, जो अलेक्जेंड्रिया के दक्षिण पश्चिम में 55 किलोमीटर दूर स्थित है। वहीं, अन्य चार आरोपियों को वादी अल-नतरुन कारागार में फांसी दी गई, जो कि काहिरा से पश्चिम कोई 120 किलोमीटर दूर स्थित है।
मिस्र पिछले कई सालों से आतंकवाद के खिलाफ जंग लड़ रहा है, लेकिन 2013 में पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी की मौत के बाद यह लड़ाई और ज्यादा तेज हो गई है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहे इस जंग में मिस्र के सैकड़ों पुलिसकर्मी और जवानों की मौत हो चुकी है।
मिस्र के मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस साल आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के दौरान उनके करीब 200 जवानों की मौत हो चुकी है।