नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन की मार, अब तक 132 की मौत, 53 लापता, 998 परिवार प्रभावित
काठमांडू। पड़ोसी देश नेपाल में 23 जुलाई तक बारिश,भूस्खलन और बाढ़ के कारण 132 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 128 लोग घायल, 53 लापता और 998 परिवार प्रभावित हुए हैं, ये जानकारी नेपाल डिजास्टर रिस्क रिडक्सन एंड मैनेजमेंट ऑथोरिटी ने दी है।
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आपको बता दें कि लगातार हो रही बारिश ने नेपाल को बुरी तरह से प्रभावित किया है, जिसमें पश्चिमी नेपाल का मायागड़ी जिला 27 मौतों से सबसे ज्यादा प्रभावित है। लापता लोगों को खोजने के लिए अधिकारियों और पुलिस कर्मियों की एक पूरी टीम लगी हुई है तो वहीं बाढ़ की वजह से विस्थापित हुए लोगों ने स्थानीय स्कूलों और सामुदायिक केंद्रों में शरण ली है। मालूम हो कि नेपाल के मौसम विभाग ने देश भर में इस सप्ताह के पहले तीन दिनों के लिए भारी भारिश की भविष्यवाणी की थी और अलर्ट जारी किया था।
क्या होता है भूस्खलन
भूस्खलन एक भूवैज्ञानिक घटना है। धरातली हलचलों जैसे पत्थर खिसकना या गिरना, पथरीली मिटटी का बहाव को भूस्खलन कहते हैं, ये कई प्रकार के होते हैं, भारी वर्षा ,बाढ़ या भूकंप के आने से भूस्खलन होता है। भूस्खलन छोटे-बड़े पैमाने पर विश्व के सभी देशों में प्रायः होताहै, परंतु बड़े पैमाने पर भू-स्खलन की संख्या कम है जो विशेष परिस्थितियों में होते हैं। भूस्खलन की तीव्रता चट्टानों की संरचना और सघनता पर निर्भर करता है और कभी-कभी ये बेहद घातक होते हैं।
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