देवास में मुन्ना भाई पकड़ाया, CISF की लिखित परीक्षा दिलाने के बाद खुद फिजिकल आया
इंदौर,27 मई। देवास बैंक नोट प्रेस के अंदर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल यूनिट में चल रही सुरक्षाबलों की फिजिकल भर्ती प्रक्रिया में एक और मुन्ना भाई के गिरफ्तार होने का मामला सामने आया है। 1 सप्ताह के अंदर या दूसरा मामला है जब कोई फर्जी परीक्षार्थी पकड़ाया है। सीआईएसएफ के शिकायती आवेदन के आधार पर थाना बीएनपी पुलिस ने आरोपी धीरज सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस अभी उससे पूछताछ कर रही है। बीएनपी पुलिस ने बताया कि फरियादी नरेंद्र सिंह सहायक कमांडेंट की रिपोर्ट पर आरोपी धीरज सिंह के खिलाफ धारा 419, 420 120बी के तहत मामला दर्ज किया गया है।

सीएसपी विवेक सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि बीएनपी में सुरक्षाबलों की भर्ती परीक्षा के दौरान फिजिकल टेस्ट चल रहा है। इस दौरान सतना के रहने वाले धीरज सिंह का बायोमेट्रिक टेस्ट में फोटो व फिंगरप्रिंट मैच नहीं हुआ। परीक्षा कमांडेंट ने रोककर पूछताछ की, तो धीरज भागने लगा। कमांडेड ने पीछा कर आरोपी को पकड़ लिया। पकड़ा जाने के बाद सख्ती से पूछताछ होने पर आरोपी ने गुनाह कबूल कर लिया। उसने अपने किसी साथी के माध्यम से लिखित परीक्षा लिखवाना कबूल किया। आरोपी पर केस दर्ज कर जांच की जा रही है।
गैंग से जुड़े होने की आशंका
दोबारा इस तरह की घटना होने के बाद अब इस मामले में गैंग से जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि 20 मई को भी फर्जीवाड़ा सामने आया था जिसमें परीक्षार्थी पवन गुर्जर निवासी मुरैना पकड़ा गया था। उसने बताया था कि दोस्त इंद्रजीत से लिखित परीक्षा क्लियर करवाई थी,लेकिन जब पुलिस मुरैना गई तो पता चला कि इंद्रजीत पहले से इस प्रकार के मामलों में जेल में बंद है। छत्तीसगढ़ के भिलाई में भी कुछ दिन पहले आरक्षक की भर्ती में फर्जीवाड़ा सामने आया था। इसमें 4 लोग पकड़े गए थे इसके तार भी मुरैना से जुड़े हुए हैं।