13 दिग्गज नेताओं-अफसरों ने कम उम्र की लड़कियों से बनाए संबंध, बदले में बनवा बैठे अश्लील वीडियो
भोपाल। मध्य प्रदेश हनी ट्रैप केस में आए दिन कोई ना कोई चौंकाने वाला खुलासा रहे है। अब तक कई सफेदपोश नेता, अफसरों और गिरोह की स्याह चेहरा उजागर हो चुका है। 13 दिग्गज रसूखदार मध्य प्रदेश हनी ट्रैप केस के चलते मानव तस्करी, दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट में फंसते नजर आ रहे हैं, क्योंकि इनकी फरमाइश पर हनी ट्रैप गिरोह की महिलाओं ने कम उम्र की लड़कियां सप्लाई की थी।
एसआईटी जुटा रही पुख्ता सबूत
बता दें कि हनी ट्रैप केस में पकड़ी गईं पांचों महिलाओं में से एक छात्रा है, जो नाबालिग थी तब उसे गिरोह ने अपने जाल में फंसाया और फिर उससे जिस्मफरोशी करवाई। छात्रा के अलावा भी अन्य कई नाबालिग लड़कियों को इन अधेड़ उम्र की आरोपी महिलाओं ने बड़े नेताओं, आईएएस, आईपीएस और कारोबारियों को हनी ट्रैप में फंसाने के लिए इस्तेमाल किया है। एसआईटी और सीआईडी इन रंगीन मिजाज रसूखदारों पर एफआईआर दर्ज करने के लिए पुख्ता सबूत जुटा रही है।
सीआईडी भी कर रही मामले की जांच
हनी ट्रैप मामले की जांच के दौरान उस समय नया मोड़ आ गया, जब इंदौर पुलिस ने गिरोह में शामिल राजगढ़ की आरोपी छात्रा के पिता की शिकायत पर मानव तस्करी समेत दूसरी धाराओं में एफआईआर दर्ज की थी। इंदौर पुलिस ने मानव तस्करी की केस डायरी को भोपाल के अयोध्या नगर थाने को भेजी थी। मामला मानव तस्करी से जुड़े जोने की वजह से अब सीआईडी भी मामले की जांच कर रही है।
IAS-IPS और नेता सब शामिल
सूत्रों के अनुसार हनी ट्रैप गैंग की आरोपी महिलाओं ने राजनेताओं, आईएएस, आईपीएस और कारोबारियों को फंसाने के लिए कई कम उम्र की लड़कियों का इस्तेमाल किया। इस मामले में मानव तस्करी की एफआईआर दर्ज हुई है। राजगढ़ की रहने वाली युवती दो वर्ष पूर्व नाबालिग थी। गिरोह की सरगना ने उसे पढ़ाई और नौकरी का लालच देकर अपने जाल में फंसाया था, लेकिन बाद में उससे जिस्मफरोशी कराई गई। उसे कई रसूखदारों के पास भेजकर अश्लील सीडी बनायी गई। रसूखदारों ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। ये गिरोह के तहत किया गया हनी ट्रैप था। चूंकि लड़की नाबालिग थी इसलिए रसूखदारों का ये कृत्य अपराध की श्रेणी में आ गया है। पुलिस अब उन सारे रसूखदारों की पहचान कर रही है, जिन्होंने उस नाबालिग छात्रा के साथ गलत काम (रेप) किया।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
एसआईटी ने मानव तस्करी के मामले में पीड़ित छात्रा से पूछताछ की, तो पता चला कि गैंग की अधेड़ महिलाएं रसूखदारों पर हुस्न का जादू चलाने के लिए कम उम्र की लड़कियों को अपना मोहरा बनाती थीं। कम उम्र की लड़कियों में गिरोह में शामिल ये नाबालिग छात्रा भी थी। पहले इंदौर पुलिस ने इस छात्रा को हनीट्रैप के तहत गिरफ्तार किया, लेकिन बाद में गैंग की करतूत पता चलने पर पीड़ित छात्रा के पिता की शिकायत पर आरोपियों पर मानव तस्करी की एफआईआर दर्ज की।
इंदौर नगर निगम के इंजीनियर के पास भी भेजा
एसआईटी की जांच में खुलासा हुआ है कि इंदौर नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह के साथ-साथ कई आईएएस, आईपीएस, कारोबारी और राजनेता ने उस छात्रा के साथ शारीरिक संबंध बनाए। दो साल पहले नाबालिग रही छात्रा के साथ गलत काम करने वाले रसूखदारों पर रेप, पॉक्सो समेत अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की जाएगी। हरभजन सिंह के पास भेजा गया तब गिरोह की आरती दयाल ने छात्रा और इंजीनियर का वीडियो बना लिया था। उसी वीडियो से इंजीनियर को ब्लैकमेल किया जा रहा था। इंजीनियर ने इंदौर के पलासिया पुलिस थाने में शिकायत दी तो पूरे मामले का भंडाफोड़ हो गया।