गुजरात दंगों के जिन 15 दोषियों को SC ने सशर्त जमानत दी, उनमें से 6 ने मंदिर में जूठे बर्तन धोए
इंदौर. गुजरात दंगों के छह दोषियों ने मध्य प्रदेश में इंदौर के एक मंदिर में सफाई का काम संभाला। इन लोगों ने यहां जूठे बर्तन भी साफ किए। साथ ही मंदिर का पूरा परिसर धोया। ये सभी लोग सोमवार की शाम को मंदिर पहुंचे थे। सुप्रीम कोर्ट ने इन लोगों को गुजरात दंगों के दौरान हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी।
पिछले दिनों 15 दोषियों को सुप्रीम कोर्ट ने सशर्त जमानत दी। दोषियों से कहा गया कि उन्हें जेल से बाहर तभी रखा जाएगा, जब वे समाज सेवा करें। इंदौर के मंदिर में सफाई करने वाले छह लोग इन्हीं 15 लोगों में से हैं, जो आठ साल से जेल में थे। इन छह के अलावा 7 अन्य लोगों को जबलपुर में लगने वाले नर्मदा कुंभ में समाज सेवा के लिए भेजा गया है। नर्मदा कुंभ जबलपुर में 24 फरवरी से शुरू होने जा रहा है।
बता दें कि, दंगे के दोषियों के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 28 जनवरी 2020 को निर्देश दिए थे कि, कुछ लोगों को जमानत मिलेगी तो उन्हें समाजसेवा में लगाया जाएगा। जिसे तहत ही दोषियों के दो समूह मध्यप्रदेश में समाज सेवा के लिए तैयार किए जा रहे हैं। इनमें से सात लोगों का एक समूह जबलपुर तथा छह लोगों का दूसरा समूह इन्दौर में रहेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गोधरा मामले में जेल से बाहर आए सभी लोगों को ध्यान, अध्यात्मिक कार्यक्रम, सामाजिक या सामुदायिक सेवाओं में लगाया जाएगा। इन दोषियों को आजीवन कारावास की सजा दी गई थी।
गुजरात: गोधरा कांड के 7 दोषियों को नर्मदा कुंभ में समाज सेवा के काम पर लगाया गया