छोटी गलती से छिन गया छात्रा का हाथ, दिव्यांग पिता चाहते थे बेटी बने अफसर
इंदौर। जिंदगी में कई बार-बार छोटी गलती भी भारी पड़ जाती हैं। मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के राऊ पुलिस थाना इलाके के एक हॉस्टल में छात्रा के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है। कपड़े उतारते समय करंट की चपेट में आने से छात्रा का एक हाथ कंधे तक काटना पड़ा है।
जानकारी के अनुसार शंकर सिंह भावर की 17 वर्षीय बेटी बुलबुल राऊ की श्रमिक कॉलोनी स्थित रामश्रय गर्ल्स हॉस्टल रहकर पढ़ाई कर रही थी। 13 दिसम्बर 2019 को छत पर सूख रहे अपने कपड़े उतारने गई थी। इसी दौरान उसका टॉवेल बिजली के तारों में अटक गया, जिसे उसने के लिए वह लोहे की रॉड लेकर आई। तार खुला होने के कारण लोहे की रॉड के छूते ही वह करंट की चपेट में आ गई। इसमें उसका हाथ बुरी तरह झुलस गया था और बेहोशी की हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया था।
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बुलबुल को झटका लगा था तो वह दूर जा गिरी थी। आवाज सुनकर हॉस्टल में मौजूद दूसरी छात्राएं वहां पहुंची और उन्होंने तुरंत इसकी सूचना हॉस्टल संचालक और एंबुलेंस को दी, जिसके बाद छात्रा को अस्पताल ले जाया गया। तेज करंट से हाथ पूरी तरह झुलसने की वजह से डॉक्टरों को से काटना पड़ा।
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अब इस मामले में बुलबुल के पिता की रिपोर्ट पर पुलिस ने लापरवाह हॉस्टल संचालक पर केस दर्ज किया है। आरोप है कि छात्राओं ने हॉस्टल अधीक्षक सोमेश पिता दिनेश चौधरी निवासी साईं विहार कॉलोनी को पूर्व में कई बार खुले तारों के संबंध में शिकायत की थी, मगर उन्होंने गंभीर से नहीं लिया। बुलबुल के पिता शंकर सिंह दिव्यांग हैं। उनका कहना है कि मैंने सोचा था कि बेटी को पढ़ाकर बड़ी अफसर बनाऊंगा, लेकिन हॉस्टल वालों की लापरवाही ने उसकी जिंदगी खराब कर दी।