इंदौर : हमला नहीं तोड़ सका डॉ. जाकिया व डॉ. तृप्ति का हौसला, दूसरे दिन उसी इलाके में पहुंची जांच करने
इंदौर। मिलिए इनसे। ये हैं डॉ. जाकिया सैय्यद और डॉ. तृप्ति कटदरे। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ रही है। इनके बुलंद हौसलों का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इंदौर में मेडिकल टीम पर हुआ हमला भी इनके मजबूत इरादों को नहीं तोड़ पाया है।
इंदौर के टाटपट्टी बाखल में डॉक्टरों पर हमला
ये दोनों महिला डॉक्टर उस टीम में शामिल थीं, जिस पर इंदौर के टाटपट्टी बाखल में बुधवार को कोरोना पॉजिटिव मरीज की कॉन्टेक्ट हिस्ट्री मिलने के बाद संदिग्ध लोगों की जांच करने गई मेडिकल टीम पर पथराव हुआ था। इंदौर मेडिकल टीम पर हुए हमले के बाद भी गुरुवार को उसी इलाके में एक बार से लोगों को कोरोना वायरस से बचाने के काम में जुटी डॉ. जाकिया सैय्यद और डॉ. तृप्ति कटदरे को उत्साह देखते बना।
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पलासिया पीएचसी की इंचार्ज हैं डॉ. जाकिया
बता दें कि डॉ. जाकिया सैय्यद इंदौर के पलासिया पीएचसी की इंचार्ज हैं। इन्हें पूर्व में बेस्ट पीएचसी इंचार्ज का अवार्ड मिल चुका है। वहीं, डॉक्टर तृप्ति एनआरएचएम के तहत पदस्थ होम्योपैथिक डॉक्टर हैं। वर्तमान में क्षिप्रा पीएचसी में पदस्थ हैं। कोरोना कॉम्बेट टीम की सदस्य भी हैं। हमले के बाद मीडिया से बातचीत में डॉ. जाकिया का कहना है कि ऐसे हमलों से डर नहीं है और न ही आगे डरने वाले हैं। इन सब बातों के अलावा काम तो करना ही है।
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हर हाल में पीछे नहीं हटेंगी-डॉ. तृप्ति
वहीं, डॉ. तृप्ति कहती हैं कि हमारा काम इस मुश्किल घड़ी में ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद करने का है, जिससे हम पीछे नहीं हटेंगे। गुरुवार को जब दोनों डॉक्टर फिर से इंदौर के टाटपट्टी बाखल इलाके में कोरोना संदिग्धों की जांच करने पहुंची तब स्थानीय लोगों ने उनका स्वागत किया और भीड़ की ओर से किए गए व्यवहार को लेकर सभी ने माफी भी मांगी।