अरे ये क्या? MP में चोरी हो गया एलिवेटेड ब्रिज, गायब होने की शिकायत दर्ज
इंदौर, 2 जुलाई: प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में चौंकाने वाला मामले सामने आया है, जहां एलिवेटेड ब्रिज बनने से पहले ही चोरी हो गया. वहीं अब इस ब्रिज के गायब होने के बाद शहर में हड़कंप मच गया है, जहां कांग्रेस नेताओं की ओर से ब्रिज के गायब होने की शिकायत भी पुलिस थाने में दर्ज कराई गई है. कांग्रेस नेताओं ने लिखित शिकायत करते हुए, पुलिस से इस मामले में एफआईआर करने की मांग की है.
कुछ ऐसा है पूरा मामला
शहर कांग्रेस प्रवक्ता विवेक खंडेलवाल,सूचना अधिकार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष गिरीश जोशी ने बताया की, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के निर्देश पर एल आई जी चौराहे से शिवाजी वाटिका तक बनने वाले एलिवेटेड पुल जिसका की कमलनाथ सरकार में टेंडर होकर निर्माण होना था,मगर भाजपा सरकार में एलिवेटेड ब्रिज ही चोरी हो गया, यहां तक कि ब्रिज की मंत्रालय से फाइल तक गायब हो गई है,अगर ब्रिज का निर्माण हो जाता तो लाखों इंदौर वासियों को यातायात के दबाव से मुक्ति मिलती, मगर भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री, मंत्री, मुख्य सचिव की नाक के नीचे से ब्रिज चोरी हो गया,उसी ब्रिज को ढूंढने और आरोपी को पकड़ने के लिए थाना एमआईजी में थाना प्रभारी को मुख्यमंत्री,लोक निर्माण मंत्री,मुख्य सचिव के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को लेकर लिखित आवेदन दिया।
शहर में ट्रैफिक की समस्या आम है
प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर भले ही स्वच्छता के मामले में नंबर वन हो, लेकिन ट्रैफिक के मामले में अब भी इंदौर कई समस्याओं से गुजर रहा है, जहां लगातार ट्रैफिक से जुड़ी समस्याओं के मामले सामने आते रहते हैं, ऐसे में लगातार शहर में ब्रिज बनाने की मांग उठती रही है, जिसे देखते हुए तमाम सरकारों ने ब्रिज बनाने की कवायद भी शहर के व्यस्ततम मार्गों पर की है.
कांग्रेस प्रत्याशी ने जेब से ब्रिज बनवाने का वादा किया
नगर निगम चुनाव की हलचल के बीच कांग्रेस ने अपना वचन एवं दृष्टि पत्र घोषित कर दिया है, जिसमें कांग्रेस ने इंदौर की जनता से कई सारे वादे भी किए, वहीं कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी संजय शुक्ला ने बड़ी घोषणा करते हुए, अपनी जेब से 5 ओवर ब्रिज बनवाने और कोरोना महामारी के पीड़ितों तक आर्थिक सहायता पहुंचाने का वादा किया है.