स्वतंत्रता दिवस से पहले NIA को बड़ी कामयाबी, इंदौर से पकड़ा खतरनाक आंतकवादी जहीरुल शेख
इंदौर। स्वतंत्रता दिवस 2019 से पहले नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) को बड़ी कामयाबी मिली है। एनआईए ने वर्ष 2014 में पश्चिम बंगाल के बर्दवान बम ब्लास्ट के मुख्य आरोपी जहीरुल शेख को इंदौर के आजाद नगर थाना क्षेत्र के कोहिनूर कॉलोनी से गिरफ्तार किया है।
आतंकवादी जहीरुल शेख इंदौर में जाकिर के नाम से पिछले 3 साल से रह रहा था। पश्चिम बंगाल निवासी महरुल मेंडोल के पास जहीरुल शेख नाम बदलकर रह रहा था। मेंडोल बतौर बिलडर काम करता है। महरुल के मुताबिक वो जहीरुल शेख को पिछले 4 साल से जानता है। सबसे पहले उससे उसकी मुलाकात राजस्थान के बांसवाड़ा में हुई थी। वहां पर शाबिर अली नाम के कॉन्ट्रेक्टर के पास दोनों ही दो साल तक बेलदारी करते थे।
राजस्थान में दोनों करते थे काम
राजस्थान में बन रहे हॉस्पिटल के पूरे निर्माण कार्य में जहीरुल शेख वहीं रहा था। उसके बाद महेरूल के साथ जहीरुल शेख इंदौर आ गया और फिर काम सीखकर मिस्त्री का काम करने लगा। जब भी वो साइट पर होता जाकिर उर्फ जहीरुल शेख उसके घर सोने चले जाता और ऐसे ही दोनों की जान पहचान थी। जहीरुल शेख या तो हमेशा साइट पर ही रहता था या फिर ठेकेदार के घर रहता था। इतने समय में जगह बदल-बदल कर उसने कभी किसी को भी ये संदेह नहीं होने दिया। मेहरुल को आज़ाद नगर पुलिस ने थाने पर बुलाकर उसकी पहचान करवाई।
जेएमबी से जुड़े हैं तार
आरोपी कथित तौर पर आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) का सदस्य है। इसके अलावा उस पर भारत और बांग्लादेश की लोकतांत्रिक सरकारों के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए आतंकी हमलों की साजिश रचने में सीधी भूमिका निभाने का आरोप है।
एनआईए को लंबे समय से थी तलाश
अधिकारियों के मुताबिक बर्दवान बम धमाका मामले की एनआईए जांच के दौरान जेएमबी की इन आतंकी गतिविधियों का खुलासा हुआ था। मध्य प्रदेश पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि 5 साल पहले पश्चिम बंगाल के बर्दवान में हुए बम धमाके के मामले में गिरफ्तार किए गए इस आरोपी की पहचान जहीरूल शेख उर्फ जहीरूल एसके के रूप में हुई है। वह इस मामले में नामजद आरोपी है और एनआईए को उसकी लंबे समय से तलाश थी।
पश्चिम बंगाल के नादिया का रहने वाला
शेख को एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया। एनआईए का दल ट्रांजिट वॉरंट के आधार पर उसे कोलकता की विशेष एनआईए अदालत में पेश करने के लिये अपने साथ ले गया। एक अधिकारी ने बताया कि जहीरूल मूलत: पश्चिम बंगाल के नादिया जिले का रहने वाला है। वह पिछले कुछ समय से इंदौर की कोहिनूर कॉलोनी में किराए के मकान में रह रहा था और मध्य प्रदेश की इस आर्थिक राजधानी में राजमिस्त्री का काम कर रहा था।
बर्दवान बम ब्लास्ट
गौरतलब है कि बर्दवान के खागरागढ़ इलाके के एक घर में दो अक्टूबर 2014 को धमाका होने से दो लोगों की मौत हो गई थी जबकि एक अन्य घायल हो गया था। जहीरूल बर्दवान जिले के सिमुलिया के उस मदरसे में ड्राइवर के रूप में काम कर चुका है जो बम धमाका स्थल से करीब 50 किलोमीटर दूर है। इस मदरसे की गतिविधियां बम धमाके के बाद जांच के घेरे में आई थीं। एनआईए के मुताबिक धमाके के वक्त घर में मौजूद व्यक्तियों के बारे में जांच में खुलासा हुआ था कि वे कथित तौर पर जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) से जुड़े थे और बमों, हथियारों तथा असलहे के निर्माण में संलिप्त थे।