MP Honeytrap Case: हॉस्टल गर्ल्स के जरिए बने नेता-अफसरों के अश्लील VIDEO, कोडवर्ड था 'मेरा प्यार'
इंदौर। मध्य प्रदेश हनीट्रैप केस की पांचों आरोपी महिलाएं 14 अक्टूबर तक के लिए इंदौर जिला जेल में हैं। इससे पहले पुलिस रिमांड पर लेने के बाद इन्हें भोपाल समेत कई अन्य जगह लेकर गई थी। खबर है कि भोपाल के एक सरकारी बंगले में गुप्त पूछताछ की गई।
पूछताछ में हो रहे कई खुलासे
मीडिया रिपोर्टर्स के अनुसार पूछताछ इन्होंने नेता, अफसरों और रसूखदारों के अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करने के मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। हनी ट्रैप गिरोह के जाल में फंसने वालों के नामों तक उल्लेख किया है। सूत्रों की मानें तो पूछताछ में पता चला है कि मध्य प्रदेश हनी-ट्रैप गिरोह के तार गर्ल्स हॉस्टल की लड़कियों से भी जुड़े हैं। अकेले भोपाल के करीब 10 गर्ल्स हॉस्टल की लड़कियां गिरोह के सम्पर्क में थीं, जिनके जरिए नेता, अफसरों और रसूखदारों के अश्लील वीडियो बनाए गए।
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यूं फंसातीं गर्ल्स हॉस्टल की लड़कियां
जांच में पता चला है कि आरोपी श्वेता विजय जैन और आरती भोपाल के 10 गर्ल्स हॉस्टल की लड़कियों से जान पहचान थी। ये पहले गर्ल्स हॉस्टल की एक दो लड़कियों से दोस्ती करती और फिर उनकी जरूरतें पूरी करने लगती थीं। जब युवती गिरोह के जाल में फंस जाती तो अन्य युवतियों से भी संपर्क किया जाता था। आरती दयाल के लैपटॉप में पुलिस को कुछ स्क्रीन शॉट मिले थे। गिरोह के साथ पकड़ी गई पांचवीं आरोपी मोनिका यादव खुद बीएससी स्टूडेंट है।
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कोडवर्ड की गुत्थी सुलझाने में लगी पुलिस
बता दें कि पुलिस ने इंदौर नगर निगम इंजीनियर हरभजन सिंह की रिपोर्ट पर 18 सितम्बर 2019 को भोपाल से बरखा सोनी भटनागर, जयपुर निवासी श्वेता स्वप्निल जैन, सागर निवासी श्वेता विजय जैन और 19 सितम्बर 2019 को इंदौर से राजगढ़ निवासी बीएससी स्टूडेंट मोनिका यादव और छतरपुर निवासी आरती दयाल को गिरफ्तार किया। पुलिस जांच में इनके पास से मिले दस्तावेज में कोडवर्ड में उन लोगों के नाम हैं, जिनसे रुपए लिए गए। इनमें कई कोडवर्ड का इस्तेमाल किया गया है। कहीं लिखा है 'मेरा प्यारा' और पंक्षी जैसे शब्दों का प्रयोग किया गया है। पुलिस अब इस गुत्थी को सुलझाने में लगी हैं।
जेल में पांचों आरोपी अलग-अलग बैरक में
श्वेता विजय जैन, बरखा सोनी, श्वेता स्वप्निल जैन, आरती दयाल और सीमा यादव को जिला जेल भेज दिया गया है। सभी को अलग-अलग बैरक में रखा गया है। महिला पुलिसकर्मी मोनिका पर नजर रखे हैं। पांचों महिला आरोपियों को रिमांड पर लेने के बाद पुलिस भोपाल और अन्य जगह लेकर गई थी। भोपाल के एक सरकारी बंगले में गुप्त पूछताछ की है।
श्वेता की कॉल डिटेल में टीआई का नंबर
वहीं, श्वेता जैन की कॉल डिटेल में भोपाल में पदस्थ रह चुके एक टीआई का नंबर मिला है। यह टीआई इंदौर में भी रह चुका है। सागर ट्रांसफर होने के बाद कॉलगर्ल्स रैकेट से संपर्क होने के चलते हटाया गया था। इसकी श्वेता से लगातार बात होती थी। श्वेता अक्सर इस टीआई के साथ पार्टी में नजर आती थी। इन महिलाओं से संपर्क रखने वाले लोगों की कॉल डिटेल पुलिस खंगाल चुकी है।
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