चीन के 'ना-पाक' प्रेम से भारत नाराज, लखवी मुद्दे पर दबाव बनाने की कोशिश जारी
नयी दिल्ली। चीन का दोहरा चेहरा सामने आ गया है। एक ओर वो जहां भारत की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ा रहा है तो वहीं दूसरी ओर वो पाकिस्तानी से अपनी नपुरानी दोस्ती को निभाने में भी पीछे नहीं हटना चाहता है। मुबंई हमले के मास्टरमाइंट और लश्कर ए तैयबा के चीफ जकीउस रहमान लखवी मुद्दे पर चीन के समर्थन ने दुनियाभर के सामने उनके ना-पाक प्रेम को उजागर कर दिया है।
लेकिन लखवी पर नकेल कसने के लिए पाकिस्तान पर दबाव बनाने की कोशिश में चीन के रोड़ा अटकाने से भारत नाखुश है। केंद्र सरकार ने संकेत दिए है कि वो अमेरिका सहित संयुक्त राष्ट्र के अन्य देशों को भरोसे में लेकर भारत पाकिस्तान पर दबाव बनाने की कोशिश जारी रखेगा।
दोस्ती निभा रहा है चीन
जानकारों की माने तो पाकिस्तान के समर्थन में चीन का ये कदम कोई अचंभित करने वाला नहीं है। समय-समय पर चीन ने पाकिस्तान से अपनी दोस्ती निभाने के लिए ऐसे कदम उठाए है। हलांकि लखवी मामले में चीन की कार्रवाई ने साबित कर दिया है कि इन देशों ने आतंकी घटनाओं के बढ़ते खतरों से सबक नहीं लिया है।
दबाव जारी रहेगा
मोदी सरकार ने इस मामले में अमेरिका के जरिए पाकिस्तान पर दबाव बनाने का मन बनाया है। वहीं चीन को भी भारत आतंकवाद के प्रति दोहरी नीति न अपनाने के प्रति आगाह करेगा। आतंकवाद के खिलाफ भारत ने अपना पुराना रुख बरकरार रखा है। भारत ने साफ कर दिया है कि वो द्विपक्षीय मंच के अलावा अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी पाकिस्तान की दोहरी नीति को बेनकाब करने की पूरी कोशिश करेगा।