लोकसभा चुनाव 2019: जगनमोहन रेड्डी ने कांग्रेस को लेकर दिया बड़ा बयान, अब क्या करेंगे चंद्रबाबू नायडू
अमरावती: वाईएसआर कांग्रेस के सुप्रीमो वाईएस जगनमोहन रेड्डडी ने शुक्रवार को कांग्रेस को लेकर बड़ा बयान दिया। जगनमोहन रेड्डडी के इस बयान के बाद आंध्र प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज हो गए हैं। उनके इस बयान से चुनाव से ठीक पहले सूबे में गठबंधन की सुगबुगाहट तेज हो गई है। वाईएसआर प्रमुख ने कहा कि कांग्रेस ने उनके साथ जो कुछ भी पहले किया है, उसके लिए उन्होंने पार्टी को माफ कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने संकेत दिए हैं कि वो आने वाले समय में कांग्रेस से हाथ मिला सकते हैं।
'मैंने दिल से कांग्रेस को माफ किया'
जगन मोहन रेड्डी ने विजयवाड़ा में कहा कि मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं है। मेरा बदला में कोई भरोसा नहीं है। भगवान इसका निर्णय लेगा। मैंने उन्हें दिल से माफ कर दिया है। मेरे लिए राज्य पहली प्राथमिकता है। आंध्र प्रेदश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाना मेरी पहली प्राथमिकता है। जगन मोहन रेड्डी ने अभी तक विपक्ष से दूरी बना कर रखी है। वहीं दूसरी और बीजेपी पर उन्होंने कोई बड़ा हमला नहीं बोला है। टीडीपी ने हाल में ही उन पर आरोप लगाया था कि वो भगवा पार्टी(बीजेपी) का समर्थन कर रही है। उनके ताजा बयान को कांग्रेस के साथ उनकी नजदीकी बढ़ाने के लिए तौर पर देखा जा रहा है।
'कांग्रेस का टीडीपी के साथ अघोषित गठबंधन'
जगनमोहन रेड्डी का कांग्रेस को लेकर दिया बयान इसलिए महत्वपूर्ण हो जाता है कि क्योंकि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस ने अघोषित तौर पर जगनमोहन रेड्डी के मुख्य प्रतिद्वंदि पार्टी तेलगुदेशम पार्टी से सूबे में गठबंधन कर रखा है। पिछले साल दिसंबर में आंध्र प्रदेश से सटे तेलंगाना में कांग्रेस ने टीडीपी के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था। हालांकि वो केसीआर को सत्ता में आने से नहीं रोक पाए थे। आंध्र के सीएम चंद्रबाबू नायडू और उनकी पार्टी टीडीपी की तरफ से जगनमोहन रेड्डी के बयान पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
'राहुल की वजह से जगनमोहन ने बदला स्टैंड'
जगनमोहन
रेड्डी
की
टिप्पणी
पर
प्रतिक्रिया
देते
हुए
आंध्र
प्रदेश
कांग्रेस
का
कहना
है
कि
कांग्रेस
के
राष्ट्रीय
अध्यक्ष
राहुल
गांधी
की
वजह
से
उन्होंने
ये
फैसलला
लिया
है।
राहुल
गांधी
आंध्र
को
विशेष
दर्जा
देने
के
मुद्दे
पर
सहमत
हैं।
अगर
जगनमोहन
भी
इसके
साथ
खड़े
हैं
तो
उन्हें
कांग्रेस
का
समर्थन
करना
चाहिए।
अभी
ज्यादा
देर
नहीं
हुई
है।
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'जगनमोहन रेड्डी ने 2011 में छोड़ी थी पार्टी'
जगनमोहन रेड्डी साल 2009 के लोकसभा चुनाव में कड़पा सीट से कांग्रेस के टिकट पर जीते थे। साल 2011 में राज्य का सीएमना बनाने पर उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी। सितंबर 2009 में अपने पिता वाईएस राजशेखर रेडड्डी की हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत के बाद वो उच्च पद की मांग कर रहे थे। साल 2011 के उपचुनाव में जगन ने वाईएसआरसीपी के टिकट पर उपचुनाव कड़पा सीट से जीता था। जगन को बाद में आय से अधिक मामले में जेल जाना पड़ा था। इसके बाद से वाईएसआर कांग्रेस और कांग्रेस में दूरियां बढ़ गई थी। गौरतलब है कि नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने पिछले हफ्ते रायलसीमा में चुनाव प्रचार के दौरान आरोप लगाया था कि जगन ने अपने पिता की मौत के बाद कांग्रेस नेतृत्व को सीएम बनने के लिए 1,500 करोड़ रुपये देने की पेशकश की थी।
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