पुलिस को चकमा दे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सुरेश प्रभु को पहनाई काले कपड़े की माला, दिया लॉलीपॉप
सुरेश प्रभु सूरत में कुछ परियोजनाओं की आधारशिला रखने और एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे, जहां पर उन्हें विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा।
सूरत। रविवार को रेल मंत्री गुजरात में सूरत के नानपुरा इलाके में पहुंचे थे, जहां पर कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले कपड़े की माला पहना दी। कांग्रेस ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु पर आरोप लगाया है कि उन्होंने रेल मामले में गुजरात के प्रति उदासीन रवैया अपनाया है। दरअसल, सुरेश प्रभु सूरत में कुछ परियोजनाओं की आधारशिला रखने और एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे, जहां पर उन्हें विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा। वैसे तो कार्यक्रम के स्थल पर रेल मंत्री सुरेश प्रभु के पहुंचने से पहले से ही कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने वहां पर स्थिति को काबू में कर रखा था। प्रभु सदर्न गुजरात चैम्बर ऑफ कॉमर्स ऐंड इंडस्ट्री (एसजीसीसीआई) बिल्डिंग में एक कार्यक्रम में शरीक होने पहुंचे थे।
जहां एक ओर पुलिस को लग रहा था कि वह विरोध प्रदर्शन करने वाले सभी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को रोकने में कामयाब हो चुकी हैं, उसी बीच 12 कांग्रेस कार्यकर्ता खुद को भाजपा कार्यकर्ता बताकर सुरेश प्रभु के पास जा पहुंचे और उनके कार से उतरते ही काले कपड़े की माला पहना दी। इतना ही नहीं, कार्यकर्ताओं ने उन्हें लॉलीपॉप भी ऑफर किया। पुलिस कांग्रेस कार्यकर्ताओं की इस हरकत से हैरान रह गई और इन सभी 12 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है। इन पर आईपीसी की धारा 143, 145, 147, 149, 151, 353, 120बी के तहत केस भी दर्ज कर लिया गया है। ये भी पढ़ें- उद्धव ठाकरे ने मोदी पर साधा निशाना, कहा- 'नोटबंदी कर के जताया सब चोर हैं, क्या आप चोरों के पीएम हो?'
बाद में सुरेश प्रभु ने एसजीसीसीआई के कार्यक्रम और डिजी धन मेला को संबोधित किया। सुरेश प्रभु को काले कपड़े की माला पहनाने की घटना पर कांग्रेस प्रवक्ता मनीष ने कहा कि वे भाजपा की जनता विरोधी नीतियों के खिलाफ इस तरह के प्रदर्शन करना जारी रखेंगे। वह बोले कि पिछले तीन सालों में रेलवे के किराए के साथ-साथ प्लेटफॉर्म टिकट में भी बढ़ोत्तरी कर दी गई है और स्वच्छ भारत सेस भी लिया जाने लगा है, लेकिन अभी भी प्लेटफॉर्म साफ नहीं रहते। उन्होंने दावा किया है कि भाजपा ने पिछले तीन सालों में राज्य के लिए कुछ नहीं किया है।