मोदी के नक्शेकदम पर ये महिला IAS, आप भी करेंगे सलाम
केरले की महिला आईएएस ने पीएम मोदी के नक्शेकदम पर चलकर सराहनीय काम किया है। उन्होंने केरल में मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया।
नई दिल्ली। केंद्र में मोदी सरकार एक के बाद एक कदम उठाकर भ्रष्टाचार और कालेकारोबार पर नकेल कस रही है तो वहीं केरल में एक महिला आईएएस अधिकारी ने पीएम के नक्शेकदम पर चल कर मिशाल पेश की है। महिला आईएएस अधिकारी टीवी अनुपमा ने केरल में जो काम किया, उसे जानने के बाद आप उन्हें सलाम किए बिना नहीं रह पाएंगे।
अनुपमा अकेले ही पेस्टीसाइड लॉबी से भिड़ गई और केरल की दिशा बदलकर रख दी। फूड सेफ्टी कमिश्नर के पद पर कार्यरत अनुपमा ने सिर्फ 15 दिनों के भीतर ही काले कारोबारियों की हालत खराब कर दी। अब केरल के मिलावटखोर उनके नाम से ही थर-थर कांपने लगते हैं। 15 दिनों में ही अनुपमा ने अपनी टीम के साथ मिलकर 750 मिलावटखोरों के खिलाफ मुकदमे ठोक दिए।
केरल के अलग-अलग मंडियों में छापेमारी कर नमूने इक्कट्ठे किये गए और जांच के लिए लैब भेजे गए। जिन नमूनों में कीटनाशको की मात्रा 300 फीसदी तक मिल, उन व्यापारियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया। अनुपमा ने न केवल छोटे मिलावरखोरों के खिलाफ मुहीम छेड़ी बल्कि उन्होंने बड़े ब्रांड्स को भी नहीं बक्शा। जिन बड़े ब्रांड के उत्पादों में तय सीमा ने अधिक कीड़नाशक और मिलावट पाई गई उन्हें प्रतिबंधित कर दिया गया।
अनुपमा यहीं नहीं रुकी, उन्होंने लोगों को खुद सब्जी और फल उगाने के लिए प्रेरित किया, ताकि इन मिलावटखोरों से बचा जा सके। उन्होंने इसके लिए अभियान चलाए। जिससे प्रभावित होकर केरल मे लोगों ने अब घर पर ही कुछ सब्जियां उगाना भी शुरू कर दिया है। लोगों का उत्साह देख केरल सरकार ने भी अब ड्रिप इरीगेशन सुविधा और घरों में बायो गैस प्लांट्स लगाने की छूट दे दी है। इस मुहीम का असर ये हुआ कि जो केरल पहले 70 फीसदी सब्जियां तमिलनाडु और कर्नाटक से खरीदता था, अब 70 प्रतिशत सब्जियां खुद उगाता है।