बाबा के भक्तों के बारे में वह पांच खास बातें जो आपको हैरान कर देंगी
चंडीगढ़। बाबा राम रहीम के लाखों भक्त अपना घर-बार छोड़कर हरियाणा और पंजाब की सड़कों पर आ गए हैं। इन भक्तों में नौजवान ही नहीं बल्कि महिलाएं और बुजुर्ग भी शामिल हैं। भक्तों का जमावड़ा इस लिए है क्योंकि 50 वर्षीय डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बाबा गुरमीत राम रहीम के खिलाफ 2002 में साध्वी से रेप के मामले में आज सीबीआई कोर्ट में फैसला होना है। पंचकूला सीबीआई कोर्ट को बाबा पर फैसला सुनाना है, लेकिन तारीख आने से पहले ही किसी अनहोनी के मद्देनजर पंचकूला को छावनी में तब्दील किया जा चुका है। इन सभी के बीच जो बात गौर करने वाली है वह है बाबा के समर्थक जो लाखों की संख्या में हैं और सभी का ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं।
पांच करोड़ अनुयायी होने का दावा
डेरा सच्चा सौदा का दावा है कि बाबा के 5 करोड़ अनुयायी हैं और वह एक आध्यात्मिक संगठन चलाते हैं। बाबा के भक्त ही हैं जो उन्हें खास बनाते हैं। बताते हैं कि बाबा के पास सुरक्षा के लिए सशस्त्र निजी लड़ाकों का संरक्षण है। बुधवार को बाबा राम रहीम के समर्थकों ने बाबा के धार्मिक और दान पुण्य के कार्यों का प्रदर्शन करने के लिए हैशटैग चलाया था। बाबा के समर्थन और उनकी प्रशंसा के लिए समर्थकों ने #ISUPPORTMSG नाम से हैशटैग चलाया था।
बाबा के खिलाफ नहीं सुन सकते एक भी शब्द
साल 2011 में सीबीआई कोर्ट की ओर से आए बाबा राम रहीम के प्रतिदिन अदालत में पेश होने आदेश के विरोध में आंदोलन कर रहे समर्थकों में से कम से कम तीन समर्थकों ने आत्महत्या कर ली थी। इसी तरह साल 2007 में भी डेरा समर्थकों और सिख समुदाय के बीच हुई झड़प में तीन समर्थक मारे गए थे।
सभी राज्यों में काम कर रही हैं डेरा की शाखाएं
बाबा का संगठन अपने अनुयायियों को भी मैनेज करने का काम करता है। इसके लिए डेर सच्चा सौदा की 45 सदस्यीय समिति हर राज्य में गठित है। यह समितियां बड़े और छोटे सभी स्तर पर काम करती है। बाबा के संगठन की राजनीतिक शाखा भी है जो चुवान के दौरान अनुयायियों को किसी पार्टी विशेष को वोट देने के लिए निर्देशित करती है।
बाबा से बड़ा देश को भी नहीं मानते भक्त
भक्तों के बीच में बाबा की पॉपुलैरिटी ऐसी है कि वह उनके लिए किसी की जान लेने या देने के लिए भी तैयार रहते हैं। बाबा के अनुयायी उन्हें भगवान की तरह पूजते हैं। बाबा के एक अनुयायी फूलचंद के मुताबिक, बाबा ने हमारे लिए और देश के लिए बहुत कुछ किया है, सरकार को शर्मिंदा होना चाहिए जो वह बाबा के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें प्रताड़ित करने का काम कर रही है।
बाबा के लिए जान भी देने को तैयार हो जाते हैं भक्त
बाबा के ज्यादातर समर्थक समाज के निचले तबके से आते हैं बाबा के संगठन ने ड्रग्स और शराब के खिलाफ प्रचार कर महिलाओं और परिवार में गहरी पैठ बना रखी है। डेरा सच्चा सौदा में जात पात को लेकर कोई भेदभाव नहीं है इसलिए वहां भक्तों को अपने नाम के साथ सरनेम के तौर पर इंसान लगाने को कहा जाता है। भक्तों को डेरा की ओर से सस्ता खाना, दवाएं व सभी जरूरत की सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं। यहीं कारण है कि बाबा के लिए उनके समर्थक जान देने को भी तैयार हो जाते हैं।