कभी लॉकडाउन में फंसे हैं? जानिए क्या है लॉकडाउन और क्या-क्या होती हैं पाबंदियां?
बेंगलुरू। कोरोना संक्रमण को देखते हुए 22 मार्च को अखिल भारतीय स्तर पर जनता कर्फ्यू के बाद अब देश के 22 राज्यो ने अब तक 75 जिलों में लॉकडाउन घोषित कर दिया है जबकि पंजाब में एकाएक बढ़ते कोरोना संक्रमण केस के बाद पंजाब सरकार ने संक्रमण को रोकने के लिए कर्फ्यू लगा दिया है। इस तरह कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए कर्फ्यू लगाने वाली पंजाब पहली सरकार हो गई है।
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हालांकि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में सबसे पहले लॉकडाउन की घोषणा की। इसके बाद दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड सरकार द्वारा लॉकडाउन करने की घोषणा की गई। 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के बाद दिल्ली सीएम केजरीवाल ने दिल्ली में सोमवार, 23 मार्च को सुबह 6 बजे से लॉकडाउन का ऐलान कर किया, जिसके बाद यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन की घोषणा की।
अब तक सुरक्षित बिहार- झारखंड में ट्रेनों में भरकर आ सकती है कोरोना महामारी, क्या है तैयारी?
गौरतलब है भारत में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। अब तक कोरोना संक्रमण से भारत में 8 लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में अभी कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 425 पार कर चुकी है। य़ही कारण है कि केंद्र और विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा लॉकडाउन की घोषणा की है।
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लॉकडाउन के दौरान कोई भी ट्रेन नहीं चलेगी ताकि बाहरी व्यक्ति से फैलने वाले संक्रमण पर रोकथाम लगाई जा सके। इसके अलावा स्ट्रीट आवागमन के साधनों में शामिल मसलन सिटी बस व मेट्रो का परिचालन भी सीमित कर दिया गया है। यूपी के 16 जिलों में 23 से 25 मार्च तक लॉकडाउन घोषित किया गया है। इसमें नोएडा, गाजियाबाद, प्रयागराज, कानपुर, सहारनपुर, लखीमपुर, आजमगढ़, वाराणसी, लखनऊ, बरेली, मुरादाबाद बाराबंकी जिले शामिल हैं।
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उल्लेखनीय है अबतक महाराष्ट्र में सर्वाधिक 89 संक्रमित मरीज पाए हैं, जहां 2 मरीजों की मौत भी हो चुकी है। महाराष्ट्र के बाद केरल में सर्वाधिक 67 संक्रमित मरीज मिले हैं। जबकि दिल्ली और तेलंगाना तीसरे नंबर पर हैं, जहां 30-30 मरीज पाए गए हैं। गुजरात चौथे नंबर हैं, जहां 29 मरीज पाए हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में क्रमशः 28-28 मरीज पाए गए हैं। दक्षिणी राज्य में 26 मरीज पाए जा चुके हैं।
पंजाब में तेजी से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं, जहां अब तक कुल 21 मरीज मिल चुके हैं। हरियाणा 18 और लद्दाख में 13 मरीज मिले हैं। तमिलनाडु में 9 मरीज और पश्चिम बंगाल और चंडीगढ़ में क्रमश 7-7 मरीज मिले हैं। आंध्र प्रदेश 6 और मध्य प्रदेश में अब तक 5 मरीज मिले हैं। जम्मू-कश्मीर में 4, उत्तराखंड में 3, उड़ीसा, बिहार और हिमाचल प्रदेश में 2-2 मरीज पाए गए हैं और पुडुचेरी और छत्तीसगढ़ में 1-1 मरीज मिले हैं।
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क्या होता है लॉक डाउन?
लॉकडाइन एक इमरजेंसी जैसी हालात को कहा जा सकता है, जिसे राज्य विशेष में महामारी जैसी स्थिति से निपटने के लिए लागू किया जाता है । लॉकडाउन में उस क्षेत्र के लोगों को घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होती है, उन्हें सिर्फ दवा और अनाज जैसी जरूरी चीजों के लिए ही बाहर आने की इजाजत मिलती है । इस दौरान बैंक से पैसे निकालने भी जा सकते हैं।
9/11 हमले के बाद अमेरिका में हुआ दुनिया का सबसे पहला लॉक डाउन
दुनिया में सबसे पहला लॉक डाउन अमेरिका में 9/ 11 हमले के बाद किया गया था । सीधे शब्दों में लॉकडाउन' का अर्थ है तालाबंदी है, जिस तरह किसी संस्थान या फैक्ट्री को बंद किया जाता है और वहां तालाबंदी हो जाती है उसी तरह लॉकडाउन का अर्थ है कि सड़कों पर अनावश्यक भीड़ को कम किया जाए। हालांकि किसी तरह की कैजुअलिटी की स्थिति में लो संबंधित पुलिस थाने, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक अथवा अन्य उच्च अधिकारी से सीधे संपर्क कर सकते हैं।
खतरे से इंसान अथवा इलाके को बचाने के लिए किया जाता है लॉकडाउन
किसी तरह के खतरे से इंसान और किसी इलाके को बचाने के लिए लॉकडाउन किया जाता है। जैसे कोरोना के संक्रमण को लेकर कई देशों में किया गया है। कोरोना वायरस का संक्रमण एक-दूसरे इंसान में न हो इसके लिए जरूरी है कि लोग घरों से बाहर कम निकले। बाहर निकलने की स्थिति में संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा। इसलिए कुछ देशों में लॉकडाउन जैसी स्थिति हो गई है।
कोरोना संक्रमण के चलते किन- किन देशों में है लॉकडाउन?
चीन, डेनमार्क, अल सलवाडोर, फ्रांस, आयरलैंड, इटली, न्यूजीलैंड, पोलैंड और स्पेन में लॉकडाउन जैसी स्थिति है। चूंकि चीन में ही सबसे पहले कोरोनावायरस संक्रमण का मामला सामने आया था, इसलिए सबसे पहले वहां लॉकडाउन किया गया। इटली में मामला गंभीर होने के बाद वहां के प्रधानमंत्री ने पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया। उसके बाद स्पेन और फ्रांस ने भी कोरोना संक्रमण रोकने के लिए यही कदम उठाया।
कहां-कहां, कब-कब और किस-किस देश में हुआ लॉकडाउन?
अमेरिका में 9/11 के आतंकी हमले के बाद वहां तीन दिन का लॉकडाउन किया गया था। दिसंबर 2005 में न्यू साउथ वेल्स पुलिस फोर्स ने दंगा रोकने के लिए लॉकडाउन किया था। 19 अप्रैल, 2013 को बोस्टन शहर को आतंकियों की खोज के लिए लॉकडाउन कर दिया गया था। नवंबर 2015 में पैरिस हमले के बाद संदिग्धों को पकड़ने के लिए साल 2015 में ब्रुसेल्स में पूरे शहर को लॉकडाउन किया गया था।
जानिए, लॉकडाउन के लिए जारी सरकारी आदेश में क्या कहा गया है
राजस्थान में लॉकडाउन की घोषणा के बाद चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि सरकारी और गैर सरकारी कार्यालय, सभी तरह के वाहन पूरी तरह से बंद रहेंगे । डेढ़ दर्जन कार्यालय खोले जाएंगे । इनमें चिकित्सा, चिकित्सा शिक्षा, गृह, वित्त, कार्मिक, जिला प्रशासन, बिजली, पानी, परिवहन, स्वायत्त शासन, खाघ, आपदा प्रबंधन, पंचायती राज, सूचना एवं जनसंपर्क, आईटी,सामान्य प्रशासन, मोटर गैराज और विधि शामिल है । इस दौरान सरकारी कार्यालय में आम लोगों का प्रवेश पूरी तरह से बंद रहेगा। इस दौरान सब्जी, दूध और मेडिकल की दुकानें, पट्रोल पम्प और एटीएम खुलेंगे, अन्य प्रतिष्ठान और फैक्ट्री बंद रहेंगे। फैक्ट्री मालिको को मजदूरों को वेतन सहित अवकाश देने के निर्देश दिए गए हैं ।
लॉकडाउन के दौरान दिल्ली और मुंबई में लागू है धारा 144
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को दिल्ली के 7 जिलों में लॉकडाउन के ऐलान किया। लॉकडाउन सोमवार, 23 मार्च सुबह 6 बजे से प्रभावी लॉकडाउन 31 मार्च तक जारी रहेगा। इस दौरान दिल्ली से सटी सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है और दिल्ली में धारा 144 लगा दी गई है, जिससे एक जगह पर लोग एकत्र नहीं हो सकेंगे। इसी तरह आर्थिक राजधानी मुंबई को भी लॉकडाउन कर दिया गया है, जहां अब तक सबसे अधिक 74 लोग संक्रमित पाए गए है और 2 लोगों की मौत हुई है। मुंबई में लोकल ट्रेन पर रोक लगा दी गई है। साथ ही मुंबई में अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट की लैंडिंग पर बैन लगा दिया गया है। महाराष्ट्र के कई शहरों में धारा 144 लगा दी गई है.
उत्तर प्रदेश में 16 जिलों में 3 दिनों तक लॉकडाउन किया गया है
दिल्ली से सटे और देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के 16 जिलों में आज से लॉकडाउन कर दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कोरोना वायरस के प्रकोप को बढ़ने से रोकने के लिए कड़े कदम उठाते हुए अगले 3 दिनों तक 16 जिलों में लॉकडाउन घोषित कर दिया है। यूपी सीएम ने पहले 15 जिलों को ही लॉकडाउन करने की घोषणा की थी, लेकिन बाद में पीलीभीत को भी शामिल कर लिया गया। इस तरह अब यूपी के 16 जिले लॉकडाउन हैं।
बिहार में 31 तक लॉकडाउन की घोषणा, अब तक हो चुकी है 2 की मौत
बिहार में भी राजधानी पटना स्थित एम्स में संक्रमित मरीज की मौत को रविवार को कोरोना से हुई मौत के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूरे राज्य में 31 मार्च तक के लिए लॉकडाउन लगा दिया है। हालांकि अब तक बिहार और झारखंड राज्य कोरोना संक्रमण मामलों से बचे हुए थे, लेकिन मुंबई और दिल्ली में लॉकडाउन के बाद बिहार और झारखंड समेत यूपी के प्रवासियों के घर लौटने के चलते उक्त राज्यों में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
31 मार्च तक यात्री ट्रेनों पर भी लॉकडाउन, केवल मालगाड़ी चलेंगे
भारतीय रेल ने भी कोरोना के प्रसार को रोकने के मद्देनजर सभी यात्री ट्रेनों, जिनमें पैसेंजर, मेल और एक्सप्रेस ट्रेन शामिल है, जो लॉकडाउन करने का बड़ा फैसला किया है। सभी यात्री ट्रेनों के प्रचालन को कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए 31 मार्च तक रोक दिया गया है। हालांकि इस दौरान माल गाड़ियां चलती रहेंगी।
महाराष्ट्र के कोरोना प्रभावित 10 जिलों में लॉकडाउन की घोषणा
महाराष्ट्र में भी पहले से ही मुंबई, पुणे, नागपुर और पिंपरी चिंचवाड़ समेत 10 जिलों में लॉकडाउन की घोषणा। महाराष्ट्र में 31 मार्च तक सभी जिलों में धारा 144 लागू की गई। हालांकि महाराष्ट्र और दिल्ली में लॉकडाउन की घोषणा के बाद अब तक सुरक्षित रहे बिहार और झारखंड में संक्रमण की संभावना बढ़ गई है।