योगी का 'आत्मविश्वास' डिगा, अखिलेश का बढ़ा
उत्तर प्रदेश में गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में हार के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे अति आत्मविश्वास का नतीजा बताया है.
उन्होंने कहा कि वो जनता के फैसले को स्वीकार करते हैं और दोनों जगहों से विजयी प्रत्याशियों को बधाई दी.
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, "मैं गोरखपुर और फूलपुर के विजयी प्रत्याशियों को बधाई देता हूं
उत्तर प्रदेश में गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में हार के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे अति आत्मविश्वास का नतीजा बताया है.
उन्होंने कहा कि वो जनता के फैसले को स्वीकार करते हैं और दोनों जगहों से विजयी प्रत्याशियों को बधाई दी.
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, "मैं गोरखपुर और फूलपुर के विजयी प्रत्याशियों को बधाई देता हूं और विश्वास व्यक्त करता हूं कि जनता के फैसले के अनुरूप वो प्रदेश के विकास में योगदान देंगे."
वहीं, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने जीत के लिए क्षेत्र की जनता को बधाई दी है.
उन्होंने बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती को भी धन्यवाद कहा. पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जो परिणाम आए हैं, उसमें हार-जीत का अंतर हजारों में है.
अखिलेश यादव ने आगे कहा, "उत्तर प्रदेश के चुनाव देश को संदेश देते रहे हैं. एक मुख्यमंत्री का क्षेत्र रहा है तो दूसरा उपमुख्यमंत्री का."
"उन क्षेत्रों की जनता में अगर इतनी नाराजगी है तो आने वाले देश का चुनाव कैसा होगा, जरा सोचिए."
'बेमेल गठबंधन'
मतगणना के बाद प्रतिक्रिया देते हुए योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा, "जब हमारे प्रत्याशी की घोषणा हुई थी तब सपा अलग थी और बसपा अलग थी. चुनाव के बीच में सपा और बसपा के बीच आपसी सौदेबाजी हुई."
"दोनों के बीच बेमेल गठबंधन किया गया. उसे समझने में हमलोगों से कहीं कमी रह गई और वो अति आत्मविश्वास के कारण हुआ है."
योगी ने आगे कहा कि पार्टी इस हार की समीक्षा अवश्य करेगी.
भविष्य की योजना तैयार की जाएगी
योगी ने कहा, "कमियों को दूर करने और भविष्य की बेहतर योजना बनाने के लिए हम जी-जान लगाएंगे."
उन्होंने सपा और बसपा के गठबंधन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "मुझे विश्वास है कि प्रदेश के अंदर बेमेल राजनीतिक सौदेबाज़ी का दौर पुनः शुरू करने का प्रयास हुआ है, प्रदेश की जनता इसे समझेगी."
स्थानीय मुद्दे हावी
योगी ने कहा कि वो चुनाव इसलिए हारें क्योंकि उपचुनाव मे स्थानीय मुद्दे हावी रहें. उन्होंने कहा, "सामान्य चुनाव में राष्ट्रीय मुद्दे होंगे."
2019 के चुनाव पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जो विकास हुआ है, वो मुद्दे होंगे.
उन्होंने अंत में कहा कि दोनों चुनाव का हारना एक सबक है, जिसकी समीक्षा आवश्यक है.