CAA प्रोटेस्ट में मारे गए लोगों पर बोले सीएम योगी- अगर कोई मरने के लिए आ रहा है तो......
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विधानसभा में राज्य में सीएए और एनआरसी के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों में मारे गए लोगों को लेकर बयान दिया है। उनके बयान पर अब विवाद शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री ने सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के मामले में पुलिस कार्रवाई की तारीफ करते हुए कहा, 'अगर कोई मरने के लिए आ ही रहा है तो वह जिंदा कैसे हो जाएगा।
पुलिस की गोली से कोई नहीं मारा गया: योगी
बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा, पुलिस की गोली से कोई नहीं मारा गया। मरने वाले सभी लोग दंगाइयों की गोली से मारे गए हैं। उन्होंने कहा, 'अगर कोई व्यक्ति किसी निर्दोष को मारने के लिए निकला है और वह पुलिस की चपेट में आता है। ऐसे में या तो पुलिसकर्मी मरे, या फिर वह मरे। किसी एक को तो मरना होगा, लेकिन एक भी मामले में पुलिस की गोली से कोई नहीं मरा है।
हिंसा में लिप्त लोगों पर सख्ती बरती जाएगी: योगी
सीएम योगी ने कहा, आजादी के नारे लगाए जा रहे हैं। क्या है आजादी? क्या हमें जिन्ना के सपनों की दिशा में काम करना है या फिर गांधी के सपनों की दिशा में काम करना है? दिसंबर में हुई हिंसा के बाद पुलिस के काम के लिए उसकी तारीफ की जानी चाहिए। राज्य में दंगे नहीं हुए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया कि उनकी सरकार प्रदर्शनकारियों के खिलाफ नहीं है लेकिन हिंसा में लिप्त लोगों पर सख्ती बरती जाएगी।
आंदोलन में पीछे से हिंसा कर रहे लोगों को राजनीतिक संरक्षण मिला
सीएम ने कहा कि, सीएए के खिलाफ हिंसा हमें इस बारे में फिर सोचने को मजबूर करती है। आंदोलन में पीछे से हिंसा कर रहे लोगों को राजनीतिक संरक्षण मिला था। गत 15 दिसंबर को जामिया मिल्लिया इस्लामिया में हिंसा हुई तो मैंने अलीगढ़ प्रशासन को सतर्क रहने को कहा। उस रात 15 हजार छात्र सड़क पर उतरकर अलीगढ़ को जलाना चाहते थे। अंदर से पहले पत्थर और फिर पेट्रोल बम फेंके गए। उसके बाद असलहे चले। कुलपति के लिखित अनुमति देने पर ही पुलिस अंदर गयी और हल्का बल प्रयोग किया।
CAA: प्रदर्शनकारियों से पूरी नहीं हो सकी बात, कल फिर शाहीन बाग आएंगे मध्यस्थ