योगी के मुरीद हुए पाकिस्तान के बड़े पत्रकार, कोरोना संकट से कैसे निपटें सीखें इमरान
नई दिल्ली- कोरोना संकट से निपटने को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार भले ही विपक्ष, खासकर कांग्रेस के लगातार निशाने पर रहे हों, लेकिन उनकी तारीफ में वहां पर कसीदे पढ़े जा रहे हैं, जिसके बारे में सोचना भी नामुमकिन है। कोरोना वायरस और लॉकडाउन से योगी सरकार कैसे निपट रही है, इसको लेकर पाकिस्तान में उसकी सराहना हो रही है। सबसे बड़ी बात ये है कि ये तारीफ वहां के एक बड़े पत्रकार और डॉन न्यूज के एडिटर फहद हुसैन कर रहे हैं। ऐसा भी नहीं है कि उन्होंने हवा में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ कर दी है। बल्कि, उसके लिए उन्होंने पूरे ग्राफे दिखाए हैं, जिसे देखकर शायद सीएम योगी भी खुश हो जाएंगे। ये भी नहीं है कि डॉन न्यूज पेपर के एडिटर किसी खुन्नस में इमरान खान को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। क्योंकि, उन्होंने कोरोना क्राइसिस से अच्छे से निपटने के लिए जहां योगी सरकार की खूब तारीफ की है, वहीं महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार को नाकाम भी साबित किया है।
योगी के मुरीद हुए पाकिस्तान के बड़े पत्रकार
नोवल कोरोना वायरस से निपटने और लॉकडाउन में उठाए गए कदमों को लेकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा और सपा के अखिलेश यादव के लगातार निशाने पर रहे हैं। इस महामारी से निपटने में योगी सरकार की नाकामियों को गिनाने का इन विपक्षी नेताओं ने कोई भी मौका जाया नहीं जाने दिया है। लेकिन, देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य की भाजपा सरकार के प्रयासों को पाकिस्तान में हाथों-हाथ लिया गया है। पाकिस्तान में डॉन जैसे बड़े अखबार के संपादक फहद हुसैन ने कोरोना महामारी से अच्छे से निपटने और लॉकडाउन को कड़ाई से लागू करने के लिए योगी सरकार की जमकर सराहना की है। हैरानी की बात ये है कि उन्होंने योगी सरकार की तारीफ तो की ही है, लेकिन ऐसा नहीं कर पाने के लिए पाकिस्तान की इमरान खान सरकार की जोरदार खिंचाई भी की है।
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मौत की दर में अंतर देखिए- हुसैन
फहद हुसैन ने उत्तर प्रदेश और पाकिस्तान की हालातों की तुलना के लिए ट्विटर के जरिए एक ग्राफ शेयर किया है। पहले ट्वीट में हुसैन ने पाकिस्तान और यूपी में नोवल कोरोना वायरस की वजह से हुई मौतों की तुलना की है। उन्होंने लिखा है, 'इस ग्राफ को ठीक से देखिए। इसमें पाकिस्तान में मौत की दर और भारतीय राज्य यूपी की तुलना की गई है। दोनों की लगभग एक जैसी ही आबादी और साक्षरता (हालांकि यूपी में उससे काफी ज्यादा) है।.............. ' उन्होंने ये भी कहा है कि जबकि पाकिस्तान में जनसंख्या घनत्व यूपी से थोड़ा कम और प्रति व्यक्ति जीडीपी थोड़ा ज्यादा है। उन्होंने आगे लिखा है, 'यूपी में लॉकडाउन का बहुत ही कड़ाई से पालन कराया गया था। हमनें नहीं किया था। मौत की दर में अंतर देखिए।'
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महाराष्ट्र सरकार को नाकाम बताया
दूसरे ट्वीट में उन्होंने महाराष्ट्र और पाकिस्तान की तुलना करके यह साबित करने की कोशिश की है कि यूपी सरकार ने सही समय पर सही फैसले लिए इसलिए वहां कोरोना से होने वाली मौत की दर बहुत ही कम है। उन्होंने लिखा है, 'यह एक दूसरी ग्राफिक्स है, जिसमें पाकिस्तान और भारत के एक और राज्य महाराष्ट्र की तुलना की गई है। इसमें नजर आता है कि महाराष्ट्र का हाल पाकिस्तान से भी कितना बुरा है। यह गलत फैसलों और उसके जानलेवा परिणामों को दर्शाता है।' उन्होंने आगे लिखा है कि महाराष्ट्र का ये हाल तब है जब वहां की आबादी पाकिस्तान की तुलना में युवा है और प्रति व्यक्ति जीडीपी भी बहुत ज्यादा है। हमें यह पता होना चाहिए कि यूपी ने क्या सही फैसले लिए और महाराष्ट्र ने क्या गलत किया, इसी से सही सीख मिलती है। उन्होंने दावा किया है कि यह ग्राफिक्स एक्सपर्ट ने तैयार किए हैं।
पाकिस्तान में आंकड़ा एक लाख के पार
पाकिस्तान में सोमवार को कोरोना वायरस के कुल मामले बढ़कर 1,00,000 को पार कर चुके हैं और पिछले 24 घंटों में वहां कुल 4,728 इंफेक्शन के नए केस सामने आए हैं। पाकिस्तान में आधिकारिक आंकड़ों के हिसाब से अबतक कोरोना 2,067 लोगों की जान ले चुका है और 64 मौतें पिछले एक दिन में हुए हैं। वहां के पूर्व पीएम शाहिद अब्बासी और मौजूदा रेल मंत्री शेख राशिद अहमद को भी कोरोना हो गया है।