योगी आदित्यनाथ और स्मृति ईरानी को पश्चिम बंगाल में रैली की नहीं मिली इजाजत
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के बीच टकराव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पश्चिम बंगाल के कोलकाता में 15 मई को योगी आदित्यनाथ की रैली करने की इजाजत नहीं दी गई है। भाजपा ने 15 मई को दक्षिण कोलकाता में दोपहर 3 बजे रैली की इजाजत मांगी थी, लेकिन उन्हें यह इजाजत नहीं मिली है। ना सिर्फ योगी आदित्यनाथ बल्कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को भी रैली करने की इजाजत नहीं मिली है। भाजपा नेेता सुनील देवधर ने कहा कि योगी आदित्यनाथ को पश्चिम बंगाल की पांच सीटों पर दक्षिण 24 परगना जिले में 15 मई को रैली को संबोधित करना था, लेकिन चुनाव आयोग ने उन्हें इजाजत देने से इनकार कर दिया है।
देवधर ने बताया कि स्मृति ईरानी को 15 मई को रैली को संबोधित करने आना था, हमने जाधवपुर में भी एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। लेकिन आखिरी समय पर हमे इजाजत नहीं दी गई। ना सिर्फ योगी आदित्यनाथ, स्मृति ईऱानी बल्कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को भी जाधवपुर में सोमवार को रैली को संबोधित करना था ,लेकिन उन्हें भी इसकी इजाजत नहीं मिली। शाह के हेलीकॉप्टर को लैंड करने की इजाजत नहीं दी गई। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि मैं चुनाव आयोग से अपील करता हूं कि वह इसका संज्ञान ले। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पोल पैनल को महज दर्शक बनता देखना चाहती है।
जावड़ेकर ने कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है, चुनाव आयोग को इसका संज्ञान लेना चाहिए। अगर प्रमुख नेताओं को रैली नहीं करने दी जाएगी तो चुनाव का क्या मतलब है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल प्रशासन शाह की रैलियों की इजाजत नहीं दे रहा, उनके अलावा अन्य भाजपा नेताओं को रैली की इजाजत नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी तानाशाही कर रही है।
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