योगेंद्र यादव ने किसानों से कहा- ऐसा कुछ भी न करें जो आंदोलन को कलंकित करता हो
Farmer protest in Delhi: केंद्र द्वारा पिछले साल सितंबर में शुरू किए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में सैकड़ों किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली, जिसके बाद पुलिस अधिकारियों के घायल होने और झड़पों में एक किसान के मरने की खबरें आई। वहीं आंदोलनकारी किसान इतने आक्रमक हो गए कि वो पुलिस पर तलवार चलाने लगे और उन पर ट्रैक्टर चढ़ाने लगे। किसान संघ के नेताओं के साथ राजनीतिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव (सी) ने तीन कृषि कानून का विरोध में चल रहे 'दिल्ली चलो' के विरोध के दौरान सिंघू सीमा पर मीडिया को संबोधित किया।
योगेंद्र यादव ने किसानों से कहा ऐसा कुछ भी न करें जो आंदोलन को कलंकित करता हो। राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों में ट्रैक्टर रैली में हिंसा के बाद, फार्म यूनियन के नेता योगेंद्र यादव ने प्रदर्शनकारियों से अपने निर्दिष्ट मार्गों पर लौटने और आंदोलन को खराब करने के लिए कुछ भी नहीं करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, "मैं किसान मोर्चा की ओर से सभी किसानों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील करता हूं, उनसे भी अपील की कि वे अपने निर्धारित मार्गों पर लौट आएं। कृपया ऐसा कोई भी काम न करें, जो किसानों के आंदोलन को धूमिल करे।"

केंद्र द्वारा पिछले साल सितंबर में शुरू किए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में सैकड़ों किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली, जिसके बाद पुलिस अधिकारियों के घायल होने और झड़पों में एक किसान के मरने की खबरें आने लगीं।
मध्य दिल्ली में आईटीओ के पास डीडीयू मार्ग पर ट्रैक्टर रैली का हिस्सा रहे एक किसान की ट्रैक्टर पलटने से मौत हो गई। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके ट्रैक्टर पर गोलीबारी की। किसानों ने किसान के शरीर को राष्ट्रीय ध्वज में लपेटा और स्थल पर शोक व्यक्त किया।इस बीच, विरोध प्रदर्शन के हिंसक हो जाने के बाद अधिकारियों ने दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के कई हिस्सों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दीं और मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया।
भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हिंसा राजनीतिक दलों के आंदोलन को खराब करने की साजिश का हिस्सा थी। "हम जानते हैं कि जो लोग गड़बड़ी पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, उनकी पहचान की गई है। राजनीतिक दलों के लोग हैं जो आंदोलन को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।