गुजरात चुनाव के नतीजे आने से पहले ही योगेंद्र यादव ने अपने आंकलन को गलत माना
नई दिल्ली। गुजरात चुनाव के नतीजे आने में अब दो दिन का और समय बचा है, लेकिन जिस तरह से चुनाव से पहले पूर्व आप नेता और चुनाव विश्लेषक योगेंद्र कुमार ने भाजपा की करारी हार का दावा किया था उसने उन्हें सुर्खियों में ला दिया था। लेकिन नतीजे आने से पहले ही उन्होंने अपने अनुमान को पूरी तरह से गलत मान लिया है। योगेंद्र यादव ने एग्जिट पोल के आंकड़े आने के बाद स्वीकार किया है कि मोटे तौर पर अभी भी गुजरात में भाजपा का वर्चस्व कायम है। इससे पहले 13 दिसंबर को योगेंद्र यादव ने भाजपा की बड़ी हार की बात कही थी।
समझ नहीं आ रहै है क्यों
आपको बता दें कि 14 दिसंबर को गुजरात विधानसभा के लिए दूसरे चरण के मतदान के बाद जिस तरह से एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आए उसमे भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलने की बात कही गई है। ना सिर्फ गुजरात बल्कि हिमाचल प्रदेश में भी भाजपा को पूर्ण बहुमत मिल रहा है। एग्जिट पोल के आंकड़े आने के बाद योगेंद्र यादव ने कहा कि उन्हें यह समझ नहीं आ रहा है कि भाजपा के खिलाफ लोगों का गुस्सा आखिर वोट में तब्दील क्यों नहीं हो रहा है। योगेंद्र यादव ने कहा कि कांगग्रेस ने गुजरात में भाजपा के विरोध में सड़क पर उतर विरोध नहीं किया, सड़क पर सिर्फ अल्पेश, हार्दिक जैसे नेता ही उतरे, ऐसे में उधार के नेताओं से कांग्रेस चुनाव नहीं जीत सकती है।
आगे सीखने की कोशिश करुंगा
योगेंद्र यादव ने कहा कि मैंने चुनाव पर जो अनुमान लगाया था वह मेरे मन पर आधारित नहीं था, यह मुख्य रूप से दो सर्वेक्षण पर आधारित था, लेकिन अब ये सर्वेक्षण बदल गए हैं, जिनका मैं सम्मान करुंगा और उससे सीखूंगा। गौरतलब है कि योगेंद्र यादव ने गुजरात के चुनाव को लेकर तीन अनुमान लगाए थे, जिसमे उन्होंने कहा था कि तीनों ही अनुमान में भाजपा को गुजरात में हार मिल रही है। लेकिन चुनाव के बाद तमाम अलग-अलग एग्जिट पोल में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला है। गुजरात में चुनाव के नतीजे 18 दिसंबर को आएंगे।
क्या हैं एग्जिट पोल के आंकड़े
Today's Chanakya एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी 135 सीटें, कांग्रेस को 47 सीटें मिल रही है। गौरतलब है कि साल 2012 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 115 सीटें जीतकर प्रदेश में अपनी सरकार बनाई थी। भाजपा पिछले 22 सालों से गुजरात की सत्ता पर काब्जा जमाए हुए हैं। कांग्रेस बार-बार भाजपा से सत्ता छीनने की कोशिश करती हैं, लेकिन हर बार की तरह एक बार फिर से इस बार भी नाकामियाब होती दिख रही है।
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