'साइलेंट पीरियड' तोड़ने के लिए पीएम मोदी पर हो एक्शन'
नई दिल्ली- सीपीएम (CPM) नेता सीताराम येचुरी (Sitaram Yechuri) ने एकबार फिर से पीएम मोदी पर मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2019 में येचुरी इसी तरह की मांग को लेकर पहले भी चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटा चुके हैं, लेकिन तब उन्हें मुंह की खानी पड़ी थी। इसबार उन्होंने मोदी पर मतदान से पहले 48 घंटे के साइलेंट पीरियड (Silent Period) में बालाकोट (Balakot) एयर स्ट्राइक (Air Strike) का ऑपरेशन डीटेल जाहिर करने जैसा गंभीर आरोप लगाया है।
मोदी पर आरोप कितना गंभीर है?
येचुरी ने अपने दावे में पीएम मोदी पर आरोप लगाया है कि,'मोदी ने साइलेंट पीरियड (Silent Period) में वोटरों को प्रभावित करने के इरादे से संवेदनशील मिलिट्री मिशन की ऑपरेशन डीटेल्स जाहिर कर दी।' चुनाव आयोग को दिए अपने खत में येचुरी ने ये भी आरोप लगाया कि, 'उनका (मोदी) बर्ताव और बयान गाइडलाउंस का स्पष्ट और जानबूझकर किया गया उल्लंघन है।' उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने पहले दौर के चुनाव से पहले ही साफ कर दिया था कि सुरक्षा बल भारत के हैं और उसे कोई भी पार्टी वोट लेने के लिए बढ़ा-चढ़ाकर या गलत दावों के जरिए मुद्दा नहीं बना सकती।
मोदी के इस बयान पर उठाया है सवाल
दरअसल, येचुरी ने 12 मई (रविवार) को दिखाए गए पीएम के एक इंटरव्यू के आधार पर उनके खिलाफ एक्शन की मांग की है। इसके मुताबिक येचुरी का आरोप है कि मोदी ने दावा किया है कि खराब मौसम के बावजूद उन्होंने इंडियन एयर फोर्स को पाकिस्तान में घुसकर कार्रवाई की मंजूरी दी। क्योंकि, एक्सपर्ट ने उन्हें सलाह दी थी कि बादलों की वजह से पाकिस्तानी रडार भारतीय फाइटर जेट्स को नहीं देख पाएंगे। येचुरी के मुताबिक इस तरह की डीटेल मोदी ने चुनावी फायदे के लिए साझा किए हैं, जो कि सरासर गलत है। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि मोदी सेना के काम का क्रेडिट ले रहे हैं। उनका आरोप लगाया है कि रविवार को यूपी के कुशीनगर रैली में पीएम मोदी ने सेना के जवानों द्वारा मारे गए आतंकवादियों के बारे में दावा किया कि 'उन्होंने आतंकवादियों को मारा है, न कि सुरक्षा बलों ने।'
क्या होता है साइलेंट पीरियड?
दरअसल, मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट के मुताबिक मतदान खत्म होने से पहले के 48 घंटे के पीरियड को साइलेंट पीरियड (Silent Period) माना जाता है। इस दौरान राजनीतिक दलों या नेताओं द्वारा चुनाव प्रचार पर पाबंदी होती है। गौरतलब है कि 12 मई को छठे चरण में 7 राज्यों की 59 सीटों के वोटिंग कराए गए हैं। अलबत्ता, साइलेंट पीरियड (Silent Period) उन्हीं इलाके में लागू होता है, जहां पर मतदान होते हैं। इसके बाहर के इलाके उस नियम के दायरे में नहीं आते। अब येचुरी की शिकायतों पर चुनाव आयोग क्या कार्रवाई करता है, यह देखने वाली बात होगी, क्योंकि अब तक पीएम मोदी पर आचार संहिता के उल्लंघन के सभी आरोप निराधार बताकर खारिज किए जा चुके हैं। लेकिन, विपक्ष मोदी पर वार करके माहौल को गर्म रखने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहता।
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