'सूर्पणखा से लेकर बिच्छू...' तक, निजी हमलों के वो तीर जो साल 2018 में जमकर चले
साल 2018 में सत्ता और विपक्ष, दोनों ओर से बयानों के ऐसे 'जहरबुझे तीर' चलाए गए, जिन्होंने राजनीति को शर्मसार किया।
नई दिल्ली। साल 2018 की विदाई में अब चंद घंटे ही बाकी है और लोगों को बेसब्री से नए साल यानी 2019 का इंतजार है। नए साल के लिए अक्सर लोग कुछ संकल्प लेते हैं, जैसे इस साल कुछ बुरी आदतों को छोड़ देंगे या फिर कुछ नया अपने जीवन में शामिल करेंगे। ऐसे में ये भी जरूरी हो जाता है कि बीत हुए साल में जो कुछ गलत हमने देखा या सुना है, अगले साल वो सब ना देखने या सुनने को मिले। इस कड़ी में हमारे देश के वो राजनेता भी हैं, जिन्होंने साल 2018 में अपने विरोधियों पर निजी हमले करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। भले ही सत्ता पक्ष के मंत्री हों या विपक्ष के नेता, दोनों ओर से कई बार बयानों के ऐसे 'जहरबुझे तीर' चलाए गए, जिन्होंने राजनीति को शर्मसार किया। आइए जानते हैं साल 2018 के वो निजी हमले, जिन्हें हम साल 2019 में बिल्कुल नहीं सुनना चाहेंगे।
पीएम नरेंद्र मोदी के निजी हमले
साल 2018 में पीएम नरेंद्र मोदी ने भी अपने विरोधियों पर जमकर हमले किए, लेकिन कई बार उनके जुबानी हमले विवादों में घिर गए। संसद के शीतकालीन सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान पीएम मोदी ने आधार कार्ड को लेकर लाल कृष्ण आडवाणी का जिक्र किया और कहा कि इसके बारे में 1998 में इसी सदन में बताया गया था। इस बयान के दौरान कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी हंसने लगी। इस पर सदन अध्यक्ष वेंकैया नायडू ने नाराजगी जताई लेकिन पीएम मोदी बोले, 'सभापति महोदय आप रेणुका जी को कुछ मत कहिए। ऐसी हंसी रामायण सीरियल के बाद आज सुनाई पड़ी है।' पीएम मोदी के बयान का इशारा साफ था कि उन्होंने रेणुका चौधरी की तुलना शूर्पणखा से की। पीएम मोदी के इस बयान पर काफी विवाद हुआ।
हाल ही में राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान भी पीएम मोदी के एक निजी हमले को लेकर काफी विवाद हुआ। जयपुर में चार दिसंबर को एक चुनावी रैली में भाषण देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘अब मैं आपसे कहना चाहता हूं कि ये, ये नामदार परेशान क्यों हैं। ये कांग्रेस वालों की नींद क्यों हराम हो गई। इसका कारण है कि मोदी जो एक-एक कदम उठा रहा है, उनकी एक-एक दुकान बंद होती चली जा रही है। आप कल्पना कर सकते हैं कि हमारे देश में कांग्रेस ने ऐसी सरकार चलाई, जो बेटी पैदा नहीं हुई, जिस बेटी का जन्म नहीं हुआ, कांग्रेस की सरकारों के कागज पर, वो बेटी विधवा भी हो गई और बेटी को विधवा पेंशन भी मिलना शुरू हो गई। ये कांग्रेस की कौन सी विधवा थी, जिसके खाते में रुपया जाता था?'
'चौकीदार ही चौर है'
साल 2018 में राफेल डील को लेकर संसद और सड़क पर काफी हंगामा हुआ। केंद्र सरकार के खिलाफ संसद में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल डील में भ्रष्टाचार का मामला उठाया। इसके बाद राहुल गांधी लगातार पीएम मोदी पर इस मुद्दे को लेकर हमलावर रहे और एक चुनावी रैली में निजी हमला करते हुए कहा, 'चौकीदार ही चौर है'। राहुल गांधी के इस बयान को लेकर भाजपा ने काफी विरोध किया और कहा कि राहुल को प्रधानमंत्री पद की गरिमा का ख्याल नहीं है।
राजबब्बर का पीएम मोदी की मां पर बयान
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस नेता राज बब्बर ने पीएम मोदी पर विवादित टिप्पणी करते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री बनने से पहले मोदी कहते थे कि डॉलर के सामने रुपया इतना गिर गया है कि इसका मूल्य मनमोहन सिंह की उम्र के करीब जा पहुंचा है। प्रधानमंत्री महोदय, आपने तो तब इज्जत से उनका नाम तक नहीं लिया था, लेकिन हमारी परंपरा यह नहीं कहती। हम तो यह कहना चाहेंगे कि आज रुपया गिरकर आपकी पूज्यनीय माताजी की उम्र के करीब पहुंचना शुरू हो गया है।' राज बब्बर के इस बयान पर पीएम मोदी ने चुनावी रैलियों में कहा कि कांग्रेस के नेता अब उनकी मां को भी राजनीति में घसीट रहे हैं।
अनिल विज ने राहुल को कहा निपाह वायरस
हरियाणा के मंत्री अनिल विज अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। साल 2018 में भी अनिल विज ने कई मौकों पर विवादित बयान दिए। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निजी हमला करते हुए उन्होंने ट्वीट किया, 'राहुल गांधी निपाह वायरस के समान है। जो भी राजनीतिक पार्टी इसके संपर्क में आएगी, वह फना हो जाएगी।'
'मोदी के पिता के बारे में कोई नहीं जानता'
साल 2018 में कांग्रेस नेताओं की ओर से कई मौकों पर निजी हमले किए गए। इस कड़ी में पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के नेता विलासराव मुत्तेमवार ने एक सभा में पीएम मोदी को लेकर निजी हमला करते हुए कहा, 'पूरी दुनिया राहुल गांधी की पीढ़ियों के बारे में जानती है, लेकिन कोई भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिता के बारे में नहीं जानता। इसके बावजदू वो राहुल गांधी से हिसाब मांग रहे हैं।' कांग्रेस नेता की इस टिप्पणी को लेकर भाजपा ने विरोध जताते हुए माफी की मांग की।
राहुल गांधी को केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'नाली का कीड़ा'
विवादित बयान और निजी हमले करने वाले नेताओं की सूची में केंद्रीय मंत्री और बिहार की बक्सर सीट से सांसद अश्विनी चौबे का नाम भी शामिल है। अश्विनी चौबे ने बिहार के सासाराम में एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते-करते राहुल गांधी को नाली का कीड़ा तक कह डाला। अश्विनी चौबे ने कहा, 'प्रधानमंत्री गगन के जैसा, और जो आज का कांग्रेस का अध्यक्ष है उनका आकार कैसा, नाली के कीड़े जैसा।'
संजय निरुपम की राज्यपाल पर विवादित टिप्पणी
मई 2018 में हुए कर्नाटक विधानसभा चुनावों के परिणाम के बाद बहुमत ना होने के बावजूद भाजपा को सरकार बनाने का न्यौता देकर राज्यपाल वजूभाई वाला विवादों में घिरे। राज्यपाल के रवैये की आलोचना करते हुए कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने उनके ऊपर बेहद विवादित टिप्पणी की। संजय निरुपम ने मीडिया के सामने बयान देते हुए कहा, 'वजुभाई वालाजी ने इस देश में वफादारी का नया कीर्तिमान स्थापित किया है। अब शायद हिंदुस्तान का हर आदमी अपने कुत्ते का नाम वजुभाई वाला ही रखेगा क्योंकि इससे ज्यादा वफादार तो कोई हो ही नहीं सकता।'
सीएम वसुंधरा राजे को बताया 'मोटी'
हाल ही में संपन्न हुए राजस्थान विधानसभा चुनावों के दौरान शरद यादव ने भी विवादित बयान देते हुए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के ऊपर निजी हमला किया। राजस्थान के अलवर में एक चुनावी रैली के दौरान शरद यादव ने आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा, 'वसुंधरा को आराम दो, बहुत थक गई हैं, बहुत मोटी हो गई हैं, पहले पतली थी। हमारे मध्य प्रदेश की बेटी हैं।' हालांकि जब उनके बयान पर बवाल मचा तो उन्होंने कहा, 'उनके परिवार के साथ हमारे काफी पुराने संबंध हैं और अगर मेरे शब्दों से उनको दुख पहुंचा है तो मैं खेद व्यक्त करता हूं। मैं इस संबंध में सीएम राजे को पत्र भी लिखूंगा।'
शशि थरूर ने मोदी को बताया 'बिच्छू'
अपने विवादित बयानों से चर्चाओं में रहने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने पीएम मोदी पर बयान देते हुए कहा, 'संघ के सदस्य ने एक पत्रकार से नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा था कि मोदी आरएसएस के लिए शिवलिंग पर बैठे उस बिच्छू की तरह हैं, जिसे ना हाथ से हटाया जा सकता है और ना ही चप्पल से मारा जा सकता है, अगर हाथ से हटाया तो वो बुरी तरह से काट लेगा।' थरूर के इस बयान को लेकर उनके खिलाफ कुछ लोगों ने शिकायत भी दर्ज कराई। वहीं, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि ये हिंदुस्तान है, अगर पाकिस्तान होता तो शशि थरूर की जुबान को चुप कर दिया होता। गिरिराज सिंह ने कहा कि शशि थरूर ने सिर्फ पीएम का अपमान नहीं किया, बल्कि करोड़ों हिंदुस्तानियों और भगवान शिव को अपमानित किया है।