अलविदा 2018: ताकतवर हुआ भारतीय पासपोर्ट, जानें भारत की और बड़ी उपलब्धियां जिनसे दुनिया में दिखी भारत की धमक
नई दिल्ली। साल 2018 में भारत की रैंकिंग कई क्षेत्रों में सुधरी। वर्ल्ड बैंक से लेकर वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम तक कई बड़ी एजेंसियों ने भारत की तेजी हो रही तरक्की को स्वीकार किया। 2018 अब खत्म होने को है और नया साल यानी 2019 अब दस्तक दे रहा है। ऐसे में उन उपलब्धियों को याद करना जरूरी है, जो 2018 में वैश्विक मंच पर भारत ने हासिल कीं। आइए जानते हैं साल 2018 में भारत किस क्षेत्र में कितने पायदान चढ़ा।
'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' इंडेक्स में 23 पायदान चढ़ी भारत की अर्थव्यवस्था
वर्ल्ड बैंक के 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' इंडेक्स में भारत ने 2018 में लंबी छलांग लगाई। इस सूची में भारत अब 77वें स्थान पर पहुंच गया है। इससे पहले भारत 100 वें नंबर पर था, जिसमें उसने 23 पायदान का सुधार किया है। पिछले दो सालों में भारत की रैकिंग में 53 पायदान का सुधार आया है। 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' इंडेक्स में रैंकिंग अच्छी होना भारत में विदेशी निवेश के लिहाज से काफी अच्छा संकेत है।
2018 में बढ़ी भारत के पासपोर्ट की ताकत
'हेनली एंड पार्टनर्स' वैश्विक सर्वे कराने वाली इस कंपनी ने 2018 में दुनिया भर के देशों के पासपोर्ट की रैंकिंग जारी की। इस इंडेक्स में जापान के पासपोर्ट को दुनिया का सबसे ताकतवर बताया गया। भारत को इस सूचनी में 81वें नंबर पर रखा गया। किस देश का पासपोर्ट कितने देशों में बिना वीजा के प्रवेश दिलाता है? इसी आधार पर पासपोर्ट की ताकत को आंका गया। जापान को इस सूची में नंबर वन रैंक इसलिए दिया गया, क्योंकि उसका पासपोर्ट रखने वालों को दुनिया के 190 देशों में वीजा फ्री एंट्री मिलती है। पिछले साल की तुलना में भारत ने इस इंडेक्स में 6 पायदान का सुधार किया है। भारत का पासपोर्ट इस समय 60 देशों में वीजा फ्री एंट्री दिलाता है।
जी-20 देशों में भारत की रैंकिंग में सबसे ज्यादा सुधार
विश्व आर्थिक मंच यानी वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम (WEF) ने अक्टूबर 2018 में जारी इंडेक्स में भारत को 58वीं सबसे प्रतिस्पर्धी अर्थव्यवस्था के तौर पर आंका। 2017 से तुलना करें तो भारत की रैंकिंग में 5 पायदान का सुधार हुआ। G20 देशों में भारत इकलौता ऐसा देश रहा, जिसकी रैकिंग में पिछले साल की तुलना में सबसे ज्यादा सुधार हुआ। रिर्पोट के अनुसार ऊपरी और निम्न मध्यम आय वर्ग में अच्छा प्रदर्शन करने वाले चीन और भारत बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के तेजी से करीब पहुंच रहे हैं।
बाल विवाह दर में आई कमी, 3 पायदान सुधरी भारत की रैंकिग
'एंड ऑफ चाइल्डहुड इंडेक्स 2018' में भारत की रैंकिंग में तीन पायदान का सुधार हुआ। 2017 में भारत को इस इंडेक्स में 116वां स्थान मिला था, जो 2018 में 113वें नंबर पर आ गया। बाल विवाह दर में कमी के लिए भारत की उपलब्धि की सराहना की गई। 'सेव द चिल्ड्रन इंडिया' की सीईओ विदिशा पिल्लई ने कहा, "बाल विवाह में कमी के माध्यम से भारत तरक्की देखकर हमें खुशी है। हालांकि, भारत में 30 फीसदी लड़कियों का विवाह अभी भी 18 साल की उम्र से कम में हो जाता है, इसलिए अभी काफी काम बाकी है।
इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट के क्षेत्र में भारत की रैंकिंग में बड़ा सुधार
इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट अपनाने के मामले में भी साल 2018 में भारत की रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार हुआ। इस साल भारत की रैंकिंग सुधरकर 28वें नंबर पर आ गई। सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की रैंकिंग में सुधार हुआ है, लेकिन अभी उसे डिजिटल ढांचे तक पहुंच के लिए काफी काम करने की जरूरत है। हालांकि, रिपोर्ट में भारत सरकार की ओर से ई-भुगतान क्षमता के विस्तार की दिशा में उठाए गए कदमों को सराहा गया है। यह सर्वे पेमेंट कंपनी वीजा ने कराया है। इससे पहले कंपनी ने 2011 में सर्वे कराया था, जिसमें भारत को 36वां स्थान मिला था।