पहले मैं लायक बेटे का नालायक बाप था,अब रोल बदल गए हैं: यशवंत सिन्हा
नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने ट्वीट कर अपने बेटे केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा को नालायक बेटा बताया है। यशवंत सिन्हा ने शनिवार को ट्वीट किया कि वह इस बात से खुश नहीं हैं कि उनके बेटे जयंत सिन्हा ने झारखंड में रामगढ़ लिंचिंग केस के आठ दोषियों का माला पहनाकर स्वागत किया था। सिन्हा ने ट्वीट में ये भी कहा कि वह अपने बेटे के इस कदम ठीक नहीं समझते हैं। साथ ही उन्होंने ट्विटर पर आलोचना करने वालों को भी जवाब दिया।
मैं अपने बेटे के फैसले से इत्तेफाक नहीं रखता हूं
बता दें कि केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने बुधवार को रामगढ़ लिंचिंग केस के आठ दोषियों का माला पहनाकर स्वागत किया था। जिसके बाद शनिवार शाम यशवंत सिन्हा ने इस कृत्य पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्विट किया कि, 'पहले मैं लायक बेटे का नालायक पिता था लेकिन रोल बदल चुके हैं। ऐसा ट्विटर पर लोग कह रहे हैं। मैं अपने बेटे के फैसले से इत्तेफाक नहीं रखता हूं। लेकिन मुझे पता है कि इसके बाद भी ट्विटर पर अपमान होगा। आप ऐसे कभी जीत नहीं सकते।'
जयंत सिन्हा नेलिंचिंग केस के दोषियों का माला पहनाकर स्वागत किया
बता दें कि , बता दें कि केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने रामगढ़ लिंचिंग केस के आठ दोषियों का माला पहनाकर स्वागत किया था। पिछले साल 27 जून को लगभग 100 गोरक्षकों की भीड़ ने पशु व्यापारी अलीमुद्दीन अंसारी को हजारीबाग जिले के रामगढ़ में दिनदहाड़े मार डाला था। उनकी जमानत पर बीजेपी कार्यालय में इसका जश्न मनाया गया। इन आरोपियों की रिहाई के लिए लगातार आंदोलन करने वाले पूर्व विधायक शंकर चौधरी ने बीजेपी कार्यालय पर ही प्रेस कॉन्फ्रेंस की और जमानत मिलने पर खुशी का इजहार किया था।
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सोशल मीडिया पर लोग तरह तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं
यशवंत सिन्हा के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर लोग तरह तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि मतभेदों के बावजूद सार्वजनिक मंच पर अपने बेटे की आलोचना करने के लिए हिम्मत चाहिए होती है। नमन
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शक्ति का लालच नैतिकता और मूल्यों से अधिक महत्वपूर्ण होता है
वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा कि, सर मैंने अपनी जिंदगी में यह पहला मामला देखा है कि एक हाई प्रोफाइल पिता अपने बेटे की खुले आम आलोचना कर रहा है। शक्ति का लालच नैतिकता और मूल्यों से अधिक महत्वपूर्ण होता है। खेदपूर्ण!