यशवंत सिन्हा का बीजेपी पर हमला, बोले- कांग्रेस तो बाद में AFSPA हटाएगी, आपने तो पहले ही हटा दिया है
नई दिल्ली: कांग्रेस ने मंगलवार को लोकसभा चुनाव 2019 के लिए अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। पार्टी ने इसे वचन पत्र का नाम दिया है। कांग्रेसे ने अपने घोषणापत्र की टैगलाइन हम निभाएंगे रखी है। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में सशस्त्र बल विशेष अधिकार कानून(AFSPA)की समीक्षा की बात कही है। बीजेपी इसे लेकर कांग्रेस पर हमलावर है। बीजेपी ने कहना है कि इसे हटाने से सेना और सशस्त्रबलों की मनोदशा पर नकारात्मक असर पड़ेगा। वहीं बीजेपी के बागी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने इसे लेकर फिर से बीजेपी को घेरा है।
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'बीजेपी पर यशवंत सिन्हा का वार'
यशवंत सिन्हा ने AFSPA को लेकर बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि भारत सरकार ने कुछ दिन पहले अरुणााचल प्रदेश के चार पुलिस स्टेशन से AFSPA को हटाया था। 32 साल बाद ऐसा किया गया। बीजेपी ऐसा करे तो ये देशभक्ति है। वहीं अगर दूसरे लोग इसके बारे में बात करें या विचार करें तो ये सशस्त्र बलों के खिलाफ और देशद्रोही हो जाते हैं। आपका झूठ की दुनिया में स्वागत है।
जेटली ने खतरनाक बताया था
बीजेपी के सीनियर नेता और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस के घोषणा पत्र पर कहा था कि ये देश की एकता के लिए किसी बड़े खतरे से कम नहीं है। AFSPA कानून उसी जगह पर लगा है जहां पर अशांति है। ऐसे में उन जगहों पर कानून को बदलना किसी खतरे से कम नहीं होगा। कांग्रेस जो कश्मीर पर करने की बात कर रही है उसे देश स्वीकार नहीं करेगा। आर्म्ड फ़ोर्स के विशेष प्रावधान पर जो कांग्रेस के मेनिफेस्टो में कहा गया है उसे हटा दिया जाएगा, ये खतरनाक है।
कांग्रेस ने अफस्पा की समीक्षा की कही बात
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को पार्टी का घोषणापत्र जारी किया। कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया है कि अगर लोकसभा चुनाव 2019 के बाद उनकी पार्टी की सरकार बनती है तो सशस्त्र बलों (विशेष शक्ति) अधिनियम, 1958 में से यौन हिंसा, गायब कर देना तथा यातना के मामलों में प्रतिरक्षा जैसे मुद्दों को हटाया जायेगा ताकि सुरक्षा बलों और नागरिकों के बीच संतुलन बना रहे। बीजेपी घोषणापत्र में अफस्पा पर कांग्रेसे के इस ऐलान के बाद हमलावर हो गई है। पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह और पीएम मोदी ने अपनी रैलियों में इसे लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है।
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