दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर, 598 घर खाली कराए गए
नई दिल्ली। यमुना नदी दिल्ली में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिसकी वजह से प्रशासन ने नदी के आसपास के इलाकों को खाली कराना शुरू कर दिया है। अभी तक कुल 598 लोगों के घर को खाली करा लिया गया है और लोगों को दूसरी जगह पर स्थानांतरित किया गया। बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी ने बताया कि यमुना नदी में पानी का स्तर बुधवार को शाम 6 बजे तक 205.49 मीटर तक पहुंच गया है, जबकि 204 मीटर खतरे का स्तर है। माना जा रहा है कि नदी में पानी का स्तर अभी और बढ़ेगा क्योंकि हरियाणा से और पानी हाथीकुंड बैराज से छोड़ा जाएगा। आज हथिनी कुंड से सुबह 8 बजे 18295 क्युसेक पानी छोड़ा गया है।
भारी बारिश की वजह से उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में पानी का स्तर काफी बढ़ गया है। पिछले कुछ दिनों में इन राज्यों में काफी भारी बारिश हुई है, जिसकी वजह से नदियों में पानी का स्तर काफी बढ़ गया है। आपको बता दें कि हाथीकुंड बैराज से आने वाला पानी दिल्ली के लोगों को पीने के पानी की सुविधा मुहैया कराता है, यह पानी शहर तक पहुंचने में 72 घंटे का वक्त लेता है। गौर करने वाली बात यह है कि यमुना में पानी का स्तर 204 मीटर है, जबकि 204.83 खतरे का स्तर है।
दिल्ली के मुख्य सचिव अंशू प्रकाश ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मंगलवार को आपात बैठक बुलाई थी, जिसमे इस स्थिति से निपटने पर चर्चा की गई। उन्होंने निर्देश दिया कि जिलों के डीएम बाढ़ प्रभावित इलाकों में टेंट स्थापित कराएं और लोगों को राहत सामग्री मुहैया कराएं। केंद्रीय जल आयोग ने बुधवार को एडवायजरी जारी करके कहा है कि यमुना नदी पर दिल्ली रेलवे ब्रिज बाढ़ की स्थिति का सामना कर रहा है और आने वाले समय में यह और बढ़ सकता है। अगले 48 घंटों में इसका स्तर सामान्य हो सकता है।
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