दुनिया की सबसे सस्ती मेट्रो रेल सेवा कोलकाता में हुई शुरू
कोलकाता। दुनिया की सबसे सस्ती मेट्रो रेल सेवा आखिरकार पश्चिम बंगाल में शुरू होने जा रही है। ईस्ट-वेस्ट मेट्रो सेवा के पहले चरण का आज यानि 13 फरवरी को शुभारंभ किया गया। दिलचस्प बात यह है कि यह ट्रेन इस रूट में हुगली नदी के नीचे से भी होकर गुजरेगी। आज इस मेट्रो के एलीवेटेड रूट का उद्धाटन किया गया, इस दौरान रेल मंत्री पीयूष गोयल भी यहां मौजूद रहे। यह मेट्रो रूट सॉल्ट लेक सेक्टर 5 से सॉल्ट लेक स्टेडियम के बीच चलेगी, जिसमे जमीन के उपर और जमीन के नीचे से होकर मेट्रो गुजरेगी। जानकारी के अनुसार यह इस रूट मे 5.8 किलोमीटर का रूट जमीन के उपर है, जबकि 10.8 किलोमीटर का रूट जमीन के भीतर का है।
नदी के नीचे से होकर गुजरेगी मेट्रो
यह पहला ऐसा मेट्रो रेल रूट है जोकि किसी नदी के नीचे से होकर गुजरेगा। यह मेट्रो रूट हुगली नदी के नीचे से होकर जाएगा और कोलकाता व हावाड़ा शहर को आपस में जोडेगा, लिहाजा यह देश की पहली ऐसी ट्रेन है जोकि नदी के नीचे से होकर गुजरेगी। इस प्रोजेक्ट के दौरान उस वक्त काफी मुश्किल आ गई थी जब सुरंग की खुदाई के दौरान पिछले वर्ष एक जमीन का एक हिस्सा टूट गया था, जिसकी वजह से सेंट्रल कोलकाता के बावबाजार इलाके में कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं थी।
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प्रोजेक्ट का समय बढ़ा
कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की ओर से कहा गया है कि इस प्रोजेक्ट के पूरा होने की तारीख जून 2021 रखी गई थी, लेकिन हादसे की वजह से इसमे विलंब हो सकता है। अब यह रूट मई 2022 तक बनकर पूरी तरह से तैयार होगा। यह रूट कुल 16.6 किलोमीटर लंबा है। इस पूरे प्रोजेक्ट को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का भी दौर शुरू हो चुका है। दरअसल इस प्रोजेक्ट के पहले चरण के शुभारंभ के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को न्योता नहीं दिया गया था, जिसके बाद टीएमसी ने इस पूरे कार्यक्रम का बहिष्कार किया था।
बंगाल के लोगों का अपमान
टीएमसी के सांसद काकोली घोष ने बताया कि ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर ममता बनर्जी की ही सोच का परिणाम है। 2009 में जब ममता बनर्जी रेल मंत्री थीं तो उन्होंने ही इस प्रोजेक्ट के लिए बजट का आवंटन किया था। लेकिन अब जब इस प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया जा रहा है तो उन्हें न्योता नहीं दिया गया। यह बंगाल के लोगों का अपमान है।
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