World Standards Day: आज विश्व मानक दिवस, ऐसे खुशनुमा बन सकता है जीवन
नई दिल्ली। हर साल 14 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्व मानक दिवस मनाया जाता है। मानकों का हर किसी के जीवन में काफी महत्व होता है, विशेष रूप से नियामकों, उपभोक्ताओं और उद्योग से जुड़े लोगों के बीच। मानकों से उत्पादों तथा सेवाओं को बेहतर बनाने में मदद मिलती है।
ऐसा इसलिए क्योंकि हर दिन व्यक्ति का अपने जीवन में सोने से लेकर जागने तक उत्पाद और सेवाओं से पाला पड़ता है। अगर इनमें मानकों का उचित रूप से पालन ना किया जाए, तो व्यक्ति के जीवन में कई परेशानियां आ सकती हैं।
इस दिन को मनाने की शुरुआत मानकों के विकास संगठनों के भीतर स्वैच्छिक मानकों को विकसित करने वाले हजारों विशेषज्ञों के प्रयासों को सम्मान देने के लिए की गई। ऐसे में आशा की गई थी कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वैश्विक मानकीकरण की दिशा जो भी काम किया जा रहा है, उसका फायदा विकासशील देशों को भी पहुंचे। इससे वहां के सामाजिक-आर्थिक स्तर में भी बदलाव आ पाएगा।
वो मानक ही हैं, जिनसे मशीन, पुर्जे और उत्पाद आपस में तालमेल कर पाते हैं। इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन (आईएसओ) के स्थापना दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। जीवन में बहुत सी चीजों में हम मानकों का इस्तेमाल करते हैं। जैसे सुबह उठने के लिए अलार्म का इस्तेमाल करना, अगर अलार्म ना हो और व्यक्ति देर से उठे तो उसे कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
वहीं जिम में कसरत करते समय अगर उपकरणों में मानक ना हो तो भी समस्याएं खड़ी हो सकती हैं। ठीक इसी तरह टोस्टर भी अगर बिना मानक के काम करे तो बड़ा हादसा होने की संभावना बढ़ जाती है। यहां तक कि कार्यालय में जाने के लिए आप जिस वाहन का इस्तेमाल करते हैं, अगर उसी में कोई समस्या आ जाए तो भी कई बड़े नुकसान हो सकते हैं। सड़क से लेकर, लिफ्ट तक हर चीज में मानक होता है।