दुनिया महामारी से लड़ रही है और पाकिस्तान आतंक का निर्यात करने में व्यस्त है: सेना प्रमुख
नई दिल्ली। भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवने ने शुक्रवार को कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तान द्वारा लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन की निंदा करते हुए कहा कि पूरी दुनिया कोरोनो वायरस महामारी से जूझ रही है, लेकिन पड़ोसी देश पाकिस्तान आंतक का निर्यात के जरिए हड़कंप मचाना बंद नहीं किया है।
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जनरल एमएम नरवने शुक्रवार को राष्ट्रीय लॉकडाउन के बीच घाटी में सुरक्षा की समीक्षा के लिए दो दिवसीय यात्रा पर क्षेत्र के दौरे पर गए हैं, जहां पाकिस्तान की सेना द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन एक असामान्य रूप से बढ़ गया। घाटी में कोरोना वायरस संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए लॉकडाउन लागू होने किए जाने के बाद सेना प्रमुख नरवने का क्षेत्र में यह पहला दौरा है, जो शुक्रवार को ही दिल्ली लौट आएंगे।
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जनरल नरवने ने कहा, "यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे समय में जब पूरी दुनिया और भारत इस महामारी के खतरे से जूझ रहे हैं, हमारे पड़ोसी हमारे लिए लगातार परेशानी का सबब बन रहे हैं, जब हम न केवल अपने स्वयं के नागरिकों बल्कि दुनिया के बाकी हिस्सों में मेडिकल टीम भेजकर और दवाओं का निर्यात करने में व्यस्त हैं, लेकिन दूसरी ओर पाकिस्तान केवल आतंक का निर्यात कर रहा है। यह दोनों देशों के अच्छे संबंधों में वृद्धि नहीं करता है।
सेना प्रमुख ने बताया कि गत 5 अप्रैल को कश्मीर घाटी के केरन सेक्टर से घुसपैठ के दौरान हुए मुठभेड़ में पांच कमांडो साथ ही पांच आतंकवादी मारे गए, जिन्होंने आंतकी दल को केरन घाटी से कश्मीर में घुसने से रोका था। सेना ने गत 10 अप्रैल को बताया था कि उसने संघर्ष विराम उल्लंघन की प्रतिक्रिया में LoC के पार कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में मौजूद आतंकियों के लॉन्च पैड और गोला बारूद को नष्ट कर दिया था।
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सेना प्रमुख ने बताया कि भारतीय सेना ने अकारण संघर्ष विराम उल्लंघन के जवाब में ऑर्टेलेरी तोपों से पाकिस्तानी ठिकानों को जबर्दस्त निशाना बनाया था और पाकिस्तानी सेना की चौकियों, आतंकी लॉन्च पैड्स और गोला-बारूद को भारी नुकसान पहुंचाया था।
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गौरतलब है जम्मू और कश्मीर में पाकिस्तानी सेना द्वारा गोलीबारी में एक महिला और दो बच्चों समेत कुल तीन सिविलियन की मौत हो गई थी और भारत ने तीन सिविलियन की हत्या के लिए पहले ही पाकिस्तान के साथ विरोध दर्ज कराया है।
भारत ने कश्मीर में संघर्ष विराम के उल्लंघन को लेकर सीमांकन में निर्दोष नागरिकों को जानबूझकर निशाना बनाने की कड़े शब्दों में निंदा की, जिसमें कुपवाड़ा के तुमना गांव का स्थानीय निवासी 35 वर्षीय शमीमा बेगम और 17 साल के जावीद अहमद खान, रेड्डी गोकिबाल और आठ साल के जीशान बशीर की मौत हो गई थी।
घटनाक्रम से परिचित लोगों ने कहा कि पाकिस्तानी सेना रेखांकित सीमांकन पर अकारण गोलीबारी और युद्धविराम उल्लंघन का सहारा लेती रहती है और नागरिकों के खिलाफ ऐसे जघन्य अपराधों की जांच करने के लिए इस्लामाबाद को कहती है। पाकिस्तान की सेना ने पिछले दो वर्षों की इसी अवधि की तुलना में इस वर्ष जनवरी-मार्च के दौरान अधिक संघर्ष विराम उल्लंघन किया है।
उल्लेखनीय है पाकिस्तान ने जनवरी और मार्च के बीच 1144 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है और सबसे अधिक उल्लंघन (411) पिछले महीने दर्ज किए गए जब Covid -19 मामले वैश्विक स्तर पर चरम पर पहुंचने लगे। पाकिस्तान की सेना ने 2019 में 685 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया और 2018 में जनवरी से मार्च के बीच 627 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया।
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5 अप्रैल को घाटी के केरन सेक्टर से घुसपैठ कर रहे 5 आंतकी मारे गए
गत 5 अप्रैल को कश्मीर घाटी के केरन सेक्टर से घुसपैठ के दौरान हुए मुठभेड़ में पांच कमांडो साथ ही पांच आतंकवादी मारे गए, जिन्होंने आंतकी दल को केरन घाटी से कश्मीर में घुसने से रोका था।
सेना ने कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में मौजूद आतंकियों का लांच पैड नष्ट किया
सेना ने गत 10 अप्रैल को बताया था कि उसने संघर्ष विराम उल्लंघन की प्रतिक्रिया में LoC के पार कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में मौजूद आतंकियों के लॉन्च पैड और गोला बारूद को नष्ट कर दिया था। सेना ने अकारण संघर्ष विराम उल्लंघन के जवाब ऑर्टेलेरी तोपों से पाकिस्तानी ठिकानों को निशाना बनाया था, जिससे पाकिस्तानी सेना की चौकियों, आतंकी लॉन्च पैड्स और गोला-बारूद को नुकसान पहुंचाया था।
पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में एक महिला और दो बच्चों की मौत हुई थी
जम्मू और कश्मीर में पाकिस्तानी सेना द्वारा गोलीबारी में एक महिला और दो बच्चों समेत कुल तीन सिविलियन की मौत हो गई थी और भारत ने तीन सिविलियन की हत्या के लिए पहले ही पाकिस्तान के साथ विरोध दर्ज कराया है। भारत ने कश्मीर में संघर्ष विराम के उल्लंघन को लेकर सीमांकन में निर्दोष नागरिकों को जानबूझकर निशाना बनाने की कड़े शब्दों में निंदा की, जिसमें कुपवाड़ा के तुमना गांव का स्थानीय निवासी 35 वर्षीय शमीमा बेगम और 17 साल के जावीद अहमद खान, रेड्डी गोकिबाल और आठ साल के जीशान बशीर की मौत हो गई थी। ।
पाक ने जनवरी और मार्च के बीच 1144 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन
पाकिस्तान ने जनवरी और मार्च के बीच 1144 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है और सबसे अधिक उल्लंघन (411) पिछले महीने दर्ज किए गए जब Covid -19 मामले वैश्विक स्तर पर चरम पर पहुंचने लगे। पाकिस्तान की सेना ने 2019 में 685 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया और 2018 में जनवरी से मार्च के बीच 627 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया।