विश्व कैंसर दिवस: इन 5 सितारों को सलाम, जिन्होंने दी मौत को मात
नई दिल्ली। आज विश्व कैंसर दिवस है। आज भी बीमारियों से होने वाली मौत का सबसे बड़ा कारण कैंसर है। हर साल 4 फरवरी को इस जानलेवा बीमारी के खिलाफ जागरुकता के लिए विश्व कैंसर दिवस बनाया जाता है। इस बीमारी की गिरफ्त में आकर सिर्फ आम आदमी ही नहीं बल्कि कई बड़े सितारे भी जान गंवा बैठे हैं। लेकिन आज हम 5 ऐसे सितारों की बात करेंगे जिन्होंने अपने जिजिविषा और जीवटता के दम न सिर्फ कैंसर जैसी बीमारी पर जीत दर्ज की बल्कि मौत को भी मात दी।
युवराज सिंह
आज भी जब कैंसर के खिलाफ लड़ाई की बात होती है तो सबसे पहले जिस सितारे का नाम जेहन में आता है, वे हैं युवराज सिंह। भारत को क्रिकेट का वर्ल्ड कप दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले युवराज सिंह के बाएं फेफड़े में कैंसर 2012 में कैंसर था। जिसके बाद युवराज को अमेरिका में कीमोथेरेपी के लिए ले जाया गया। मैदान में गेंदबाजों से लड़ने वाले युवराज सिंह ने जिंदगी के असली मैदान में कैंसर से लड़ाई लड़ी। युवराज सिंह न सिर्फ पूरी तरह ठीक हुई बल्कि उन्होंने टीम इंडिया में वापसी कर मैच भी खेले।
मनीषा कोईराला
मनीषा कोईराला कैंसर की बीमारी से पीड़ित मरीजों के लिए किसी हौसले से कम नहीं है। मनीषा कोईराला को अपने बॉलीवुड करियर के दौरान कैंसर बीमारी से समाना करना पड़ा था लेकिन इसके बाद भी मनीषा ने हार नहीं मानी। मनीषा इलाज के लिए अमेरिका गईं थी। मनीषा इतनी हिम्मती थीं कि उन्होंने कैंसर के लाज के दौरान फिल्म की शूटिंग करना नहीं छोड़ा। उन्होंने अपनी फिल्म की शूटिंग पूरी की। अंत में मनीषा कोइराला अमेरिका से कैंसर की जंग जीतने में सफल रहीं।
लीजा रे
अभिनेत्री और मॉडल लीजा रे को भी कैंसर का सामना करना पड़ा है। साल 2010 में लीजा रे को कैंसर होने की खबर सामने आई थी जिसके बाद उन्हें स्टेम सेल थेरेपी के लिए महीनों अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा था। लेकिन लीजी रे ने हार नहीं मानी और अंत में मौत को मात दी।
मुमताज
बीते जमाने की मशहूर अभिनेत्री मुमताज को जानलेवा कैंसर बीमारी का सामना करना पड़ा है। मुमताज को ब्रेस्ट कैंसर था। आपको जानकर हैरत होगी कि मुमताज ने 54 साल की उम्र में कैंसर जैसी बीमारी को मात दी थी। डॉकटर ने उन्हें कीमोथेरेपी के अलावा तैराकी और वजन कम करने की सलाह दी थी। मुमताज ने ने सिर्फ इस उम्र में स्विमिंग की बल्कि अपना वजन भी कम किया। मुमताज सही मायनों में कैंसर मरीजों के लिए मिसाल हैं।
अनुराग बसु
बॉलीवुड डायरेक्टर अनुराग बसु को ब्लड कैंसर था। डॉक्टर ने उन्हें सिर्फ दो महीने का समय दिया था लेकिन अनुराग ने हिम्मत नहीं हारी। आपको जानकर हैरानी होगी कि अनुराग ने अपनी फिल्म 'तुम सा नहीं देखा' का निर्देशन अस्पताल से किया था। अंत में अुनराग के हिम्मत के आगे कैंसर भी हार गई।