World Bank ने भी दिया भारत को झटका, विकास दर में बांग्लादेश और नेपाल से भी पीछे रहने का अनुमान
नई दिल्ली- 2019 में भारत का विकास दर बांग्लादेश और नेपाल जैसे देशों से भी पीछे रहने का अनुमान है। ये आशंका वर्ल्ड बैंक की ताजा रिपोर्ट में जताई गई है। इस रिपोर्ट में वैश्विक मंदी के संकेतों के बीच दक्षिण एशिया की वित्तीय हालात को लेकर एक ओवरऑल अनुमान जारी किया गया है। भारत के बारे में रिपोर्ट कहता है कि घरेलू मांग घट गई है। अंतिम तिमाही में निजी उपभोग का विकास 3.1% के दर से हुआ, जो कि एक साल पहले 7.3% पर था। वहीं दूसरी तिमाही में मैन्युफैक्चरिंग में विकास 1% से भी कम रहा जो कि इसी दौरान पिछले साल 10% था।
चालू वित्त वर्ष में भारत का जीडीपी विकास दर 6% तक गिरने का अनुमान जताया गया है। हालांकि, इस रिपोर्ट में ये संभावना जताई गई है कि 2021 के वित्त वर्ष से इसमें धीरे-धीरे बढ़ोतरी नजर आएगी जो उस साल बढ़कर 6.9% तक पहुंचेगी और उसके बाद वाले साल में 7.2% तक के आंकड़े को छू लेगी। बता दें कि साल 2018-19 में भारत की ग्रोथ रेट 6.9 फीसदी रही थी।
गौरतलब है कि इससे पहले क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भी भारत के जीडीपी के विकास दर का अनुमान घटा दिया है। मूडीज के मुताबिक वित्त वर्ष 2019-20 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ सिर्फ 5.8 फीसदी रह सकती है। इससे पहले पहले मूडीज की ओर से जीडीपी ग्रोथ रेट का अनुमान 6.2 फीसदी था। इस लिहाज से मूडीज ने जीडीपी ग्रोथ अनुमान में 0.4 फीसदी की कटौती की है।
वहीं वर्ल्ड बैंक के मुताबिक बांग्लादेश के जीडीपी का विकास दर इस साल 8.1% रहने का अनुमान है, जो कि पिछले साल के 7.9% से ज्यादा है। बांग्लादेश के लिए 2020 और 2021 में विकास दर क्रमश: 7.2% और 7.3% रहने का अनुमान जताया गया है। दरअसल, अमेरिका और चीन के बीच में जारी ट्रेड वॉर के चलते बांग्लादेश के कपड़ा उद्योग को बहुत ज्यादा लाभ मिला है।
वहीं नेपाल में जारी निर्माण कार्यों और पर्यटकों की भरमार के चलते वहां की जीडीपी का विकास दर मौजूदा और अगले वित्त वर्ष में औसतन 6.5% रहने का अनुमान है, जो कि भारत के लिए जारी अनुमान से कहीं ज्यादा है।
हालांकि, पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की हालत और पतली है। चालू वित्त वर्ष में पाकिस्तान की जीडीपी का विकास दर मात्र 2.4% ही रहने का अनुमान है।
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